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कैंपियरगंज सीएचसी को कायाकल्प अवार्ड स्कीम में यूपी में मिला पहला स्थान

गोरखपुर. कैंपियरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को नई दिल्ली में भारत सरकार द्वारा कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया गया. गोरखपुर के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) आरसीएच डा. नंद कुमार, जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डा. मुस्तफा और कैंपियरगंज के ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर मो. आकिब ने सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया.

समारोह में देश भर के कुल 83 जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को सम्मानित किया गया। कैंपियरगंज सीएचसी को कायाकल्प अवार्ड स्कीम के तहत पूरे यूपी में इस साल पहला स्थान मिला है.

मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डा. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन द्वारा गोरखपुर से गयी टीम को सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश से तीन जिला स्तरीय अस्पतालों और एक मात्र कैंपियरगंज सीएचसी को सम्मानित किया गया है. कायाकल्प अवार्ड के तहत सीएचसी को कुल 10 लाख रूपये पहले ही मिल चुके हैं जिसकी 75 फीसदी धनराशि अस्पताल के विकास में जबकि 25 फीसदी धनराशि कर्मचारी कल्याण में खर्च की जा रही है.

एसीएमओ आरसीएच डा. नंद ने बताया कि कुल 91.5 फीसदी अंकों के साथ सीएचसी ने यूपी के करीब 650 से ज्यादा सीएचसी के बीच यह मुकाम हासिल किया है. कुल 46 सीएचसी कायाकल्प एवार्ड में इस साल पास हुई हैं जिनमें कैम्पियरगंज सीएचसी अव्वल रही.

कायाकल्प अवार्ड के लिए अस्पताल को रखरखाव, स्वच्छता व साफ-सफाई, बायोमेडिकल बेस्ट मैनेजमेंट, इंफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिसेज, हाईजीन प्रमोशन, सपोर्ट सर्विसेज बियांड बाउंड्री के मानक पर परखा जाता है.

गोरखपुर को सबसे ज्यादा एवार्ड

कायाकल्प एवार्ड में गोरखपुर जनपद को इस साल सबसे अधिक 10 एवार्ड प्राप्त हुए हैं। सीएचसी कैटेगरी में कैम्पियरगंज को प्रदेश में पहला स्थान, पिपराईच को 45 वां स्थान, वहीं पीएचसी कैटेगरी में डेरवां, जंगल कौड़िया, खोराबार व कौड़ीराम जबकि नगरीय स्वास्थ्य केंद्र कैटेगरी में बसंपुर यूपीएचसी, दीवान बाजार यूपीएचसी और गोरखनाथ यूपीएचसी को एवार्ड प्राप्त हुए हैं। इसी वर्ष जिला अस्पताल को भी पुरस्कार प्राप्त हुआ था। इस प्रकार गोरखपुर जनपद वर्ष 2018-19 में यूपी में सर्वाधिक कायाकल्प एवार्ड पाने वाला जनपद बन चुका है।

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