महराजगंज। संविदा एएनएम संघ की पदाधिकारियों ने आज दर्जनों एएनएम के साथ डीएम से मुलाकात कर गृह जनपद में तैनाती सहित अपनी एक दर्जन मांगों को रखा। डीएम ने संविदा एएनएम की मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
डीएम को दिए ज्ञापन में संविदा एएनएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 16000 संविदा एएनएम गृह जनपद से 100 से 900 किलोमीटर दूर रहकर कार्य कर रही है। इस कारण वे अपने परिवार की सुःख-दुख में सहभागी नही हो पा रही है। वे मां, पत्नी, बहू की जिम्मेदारी का भी निर्वहन नहीं कर पा रही हैं। अपने घर से काफी दूर कम मानदेय में अकेले किराये के मकान में रहना उनके लिए काफी मुश्किल व असुरक्षित है। इसलिए सभी संविदा एएनएम की उनके गृह जनपद में तैनाती की जानी चाहिए।
ज्ञापन में कहा गया है कि संविदा एएनएम की बार-बार परीक्षा ना करायी जाय। सभी एएनएम, परीक्षा, साक्षात्कार के बाद सरकार के तय मानक पर चयनित होकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काम कर रही हैं। सभी एएनएम लगातार सात दिन सरकारी कार्य का सम्पादन कर रही हैं। ऐसी स्थिति में पढाई का समय नही मिलता तो फिर अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग से लिखित परीक्षा वह भी एएनएम कोर्स से बाहर का कराने का निर्णय संविदा एएनएम महिलाओ को परेशान किये जाने वाला है। वर्ष 2013-14 में कोर्ट के आदेश पर 3000 से ज्यादा संविदा एएनएम को नियमित किया गया। अब उसी पद पर लिखित परीक्षा कराना उचित नही है। इस पर पुन: विचार किया जाय। जब तक संविदा एएनएम, का नियमित पद पर नियुक्ति नही हो जाती तब तक संविदा पर नयी नियुक्ति न की जाए। सिर्फ संविदा एएनएम का ही नियमित पदो पर समायोजन नियुक्ति हेतु निर्णय किया जाय। संविदा एएनएम ने मांग की कि जब तक नियमित पदो पर समायोजन नहीं होता उन्हें 25000 रूपए प्रतिमाह वेतन दिया जाय।
ज्ञापन देने वालों में कुमारी संगीता, रीमा देवी, विद्या देवी, संजना मौर्य, रीना भारती, रीना सचान, पायल, ज्योति, मीना देवी, निशा, सीमा, कौशर, पूनम सिंह, लक्ष्मी रानी, माया, काया, टीना, शशि प्रभा, सुनीता यादव, रिंकी, विनीता, शिवानी राय आदि के नाम उल्लेखनीय है।