गोरखपुर में बाढ़ की स्थिति गंभीर, दो और तटबंध टूटे

गोरखपुर।  जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। शुक्रवार को चौरीचौरा क्षेत्र में गोर्रा नदी पर बना तटबंध दो स्थानों पर टूट गया जिससे दो दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ का पानी गोरखपुर-वाराणसी राजमार्ग और गोरखपुर-खजनी मार्ग पर आ गया है जिसके कारण दोनो सड़को पर आवागमन रोका गया है। जिले में बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या 304 हो गयी है।

एक पखवारे से गोरखपुर जिले में राप्ती, रोहिन, आमी और गोर्रा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया जिसके कारण जिले में 304 गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। अब तक तीन तटबंध टूट चुके हैं और कई तटबंधों पर रिसाव हो रहा है। गुरूवार की सुबह बांसगांव तहसील क्षेत्र में स्थित बसावनपुर रिंग तटबंध टूट गया। यह रिंग तटबंध राप्ती नदी के दाए तट पर बना है। इस कारण बसवानपुर और भरौलिया गांव के दो दर्जन से अधिक घर बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

जोगिया में तटबंध टूटने से गांव में घुसा पानी

 

शुक्रवार को चौरीचैरा क्षेत्र में गोर्रा नदी पर बना तटबंध जोगिया के पास और फरेन नाला पर बना तटबंध आमघाट के पास  टूट गया। इसके कारण दो दर्जन और गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। फरेन नाला नेकवार के पास गोर्रा नदी में मिल जाता है। गोर्रा नदी चौरी चौरा क्षेत्र में 17 किलोमीटर बहने के बाद राप्ती नदी में मिल जाती है।

शुक्रवार गोरखपुर-खजनी मार्ग पर आमी नदी का पानी आ गया जिसके कारण आवगमन को रोकना पड़ा है। गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर गोरखपुर से कौड़ीराम के बीच कई स्थानों पर राप्ती और आमी नदी का पानी सड़क पर बह रहा है। इस कारण इस सड़क पर आवागमन रोक दिया गया है। बड़हलगंज से गोरखपुर की तरफ आने वाले वाहनों को कौड़ीराम से डाईवर्ट कर दिया जा रहा है।

बाढ़ के कारण गोरखपुर आने वाले वाहनों को कौड़ीराम से डाइवर्ट किया जा रहा है

 

गोरखपुर शहर के बाढ़ से बचाने के लिए बनाए गए हार्वट, मलौनी और माधोपुर तटबंध से कुछ स्थानों पर रिसाव हो रहा है जिसे रोकने की कोशिश की जा रही है। नौसढ़ के आगे तटबंध से रिस कर राप्ती नदी का पानी लखनऊ  जाने वाली सड़क पर आ रहा है। इस कारण सड़क की एक लेन को बंद कर दिया गया है। यह सड़क आगे जाकर फोरलेन हाइवे से जुड़ती है।

हरपुर बुदहट से भीटीरावत जाने वाले रास्ते पर बाढ़ का पानी आ गया है जिसके चलते पुलिस ने इस रास्ते को बंद करा दिया है।

बांसगांव क्षेत्र के हटवार चैराहे पर बाढ का पानी चढ़ गया है। यदि इस सड़क पर पानी और बढ़ा तो कौड़ीराम वाया बांसगांव की तरफ से आने वाल बड़े वाहनों का आवागमन रोका जा सकता है।

गोरखपुर में गीडा स्थित बॉटलिंग प्लांट में भी बाढ़ का पानी आ गया है जिसके कारण उत्पादन को रोकना पड़ा है।

पिछले 24 घंटे में गोरखपुर जिले में बाढ़ से 27 और गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। जिले में बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या अब 304 हो गई है।
जिले दो लाख से अधिक आबादी और 36690 हेक्टेयर क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हैं।

शुक्रवार की शाम तक राप्ती, रोहिन और घाघरा नदी खतरे के निशान से उपर बह रही थी हालांकि 24 घंटे से घाघरा नदी का जल स्तर तुर्तीपार में स्थर और आयोध्या में उतार पर है। राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा था और वह खतरे के निशान से 2.34 मीटर उपर बह रही है। रोहिन नदी के बढ़ते जलस्तर में कमी आयी है लेकिन वह अभी भी खतरे के निशान से उपर है।

गोरखपुर जिला प्रशासन के अनुसार जिले में 21510 बाढ़ प्रभावित लोगों में खाद्यान्न किट, तिरपाल व जेरीकेन का वितरण किया गया है। बाढ़ प्रभावित गांवों में 400 से अधिक नावें लगायी गयी हैं।