बीआरडी मेडिकल कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. राजीव मिश्र रिटायर हुए

गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कालेज के पूर्व प्राचार्य प्रो राजीव मिश्र आज 46 वर्ष की सेवा के बाद रिटायर हो गए. वे बीआरडी मेडिकल कालेज के पैथालाॅजी विभाग में प्रोफेसर थे। विभाग के चिकित्सकों व स्टाफ ने आज उनको विदाई दी.

प्रो. मिश्र को 10 अगस्त 2017 को हुए आक्सीजन कांड के बाद निलम्बित कर दिया गया था. उन्हें बाद में गिरफ्तार भी किया गया. उनकी पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ल को भी इस मामले में आरोपित बनाते हुए गिरफ्तार किया गया. दोनों की सुप्रीम कोर्ट से जमानत हुई.

प्रो. राजीव मिश्र दस महीने 11 दिन तक जेल में रहे. सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह 9 जुलाई 2018 को रिहा हुए. आक्सीजन कांड में उन्हें और उनकी पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ल को 29 अगस्त को कानपुर से गिरफ्तार किया गया था.

आक्सीजन हादसे में पुलिस ने प्रो. मिश्र के विरूद्ध 409, 308,120 बी आईपीसी, 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत और उनकी पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ल के विरूद्ध 120 बी आईपीसी, 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है.

प्रो मिश्र के खिलाफ विभागीय जांच पूरी हो जाने के बाद उन्हें पांच मार्च 2020 को बहाल कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने पैथालाॅजी विभाग में फिर से ज्वाइन कर लिया. प्रो मिश्र वर्ष 2007 से 2017 तक इस विभाग के अध्यक्ष रहे. उन्हें 21 जनवरी जनवरी 2016 को बीआरडी मेडिकल कालेज का प्रधानाचार्य बनाया गया था. वे इस पद पर 12 अगस्त 2017 तक रहे.

प्रो मिश्र ने बीआरडी मेडिकल कालेज से ही पढ़ाई की थी। उन्होंने 1974 में यहां से एमबीबीएस में एडमिशन लिया। फिर उन्होंने पीजी की पढ़ाई पूरी की। वर्ष 1980 में उन्होंने पैथालाॅजी विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर ज्वाइन किया.