22 लोगों की मौत के बाद गौनर गांव में लगा स्वास्थ्य कैम्प, 78 लोगों के नमूने लिए गए

गोरखपुर। सरदारनगर ब्लाक के गौनर गांव में तीन सप्ताह में 22 लोगों की मौत के बाद आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में कैम्प लगाया गया। कैम्प में जांच कराने के लिए सिर्फ 78 लोग ही आए। जांच में एक व्यक्ति पाजिटिव पाए गए।

गौनर गांव बहुत बड़ा है। गांव में 18 टोले हैं और आबादी 13 हजार हैं। अभी हुए पंचायत चुनाव में 6700 मतदाताओं ने मतदान किया है। इस गांव में 15 अप्रैल के बाद से 22 लोगों की मौत की खबर आयी थी।

मीडिया में यह खबर छपने के बाद दो दिन पहले सीडीओ और क्षेत्रीय विधायक ने गांव का दौरा किया था। गांव के लोगों की मांग थी कि कैम्प लगाकर लोगों की कोराना जांच की जाए। साथ ही सैनिटाइजेशन कराया जाय।

गांव के प्रधान ने बुधवार की शाम गांव में रिक्शे पर लाउडस्पीकर लगाकर गांव के प्राथमिक विद्यालय पर कैम्प लगने की जानकारी देते हुए लोगों से जांच कराने की अपील की।

गौनर गाँव में स्वास्थ्य-विभाग ने आज कैंप लगाया

प्रचार के बावजूद स्वास्थ्य शिविर में जांच के लिए 78 लोग ही आए। जांच में एक व्यक्ति पाजिटिव मिला। दवाइयाँ वितरित की गईं और कोरों के बारे में जानकारी दी गई।

सरदारनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डा. हरिओम पांडेय ने बताया कि उन्होंने 250 जांच किट भेजी थी लेकिन काफी प्रयास के बाद भी 78 लोग ही जांच के लिए आए। उन्होंने कम जांच होने पर निराशा जतायी और कहा कि कोरोना से मुकाबले के लिए लोगों को जांच से पीछे नहीं हटना चाहिए।

डाॅ पांडेय ने कहा कि सरदारनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के क्षेत्र में अप्रैल और मई महीने में करीब 300 पाजिटिव केस रिपोर्ट हुए हैं। अभी 85 एक्टिव केस हैं। उन्होने बताया कि जयपुर गांव में भी कैम्प ललगाकर 50 लोगों के नमूने लिए गए। इसमें कोई पाजिटिव नहीं मिला।

गौनर गाँव में सेनिटाइजेशन भी किया गया

 

पीएचसी प्रभारी डा. पांडेय ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर हर रोज 100 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगायी जा रही है।

बैरिया खास गाँव में भी लगा कैंप, छह पजिटिव मिले 

गोरखपुर के ही डेरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत आने वाले बैरिया खास गांव में भी छह लोगों की मौत की खबर आयी थी। इस गांव में 11 मई को स्वास्थ्य शिविर लगाकर जांच की गई। डेरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डा. चन्द्रशेखर ने बताया कि कुल 72 लोगों के नमूने लिए गए जिसमें छह पाजिटिव आए हैं।
उन्होंन कहा कि कोराना जांच कराने में लोग हिचक रहे हैं। तमाम प्रयास के बाद कम लोग जांच के लिए आए। आज मिश्रौली गांव में कैम्प लगा लेकिन दोपहर तक सिर्फ चार लोग ही जांच कराने आए।