अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर पोस्टर और पुस्तक प्रदर्शनी लगी

गोरखपुर. स्त्री मुक्ति लीग और दिशा छात्र संगठन की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर विश्वविद्यालय चौराहे पर पोस्टर और पुस्तक प्रदर्शनी लगाई गई। इस दौरान पर्चा क्रांतिकारी गीत गाकर व्यापक पर्चा वितरित किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के क्रांतिकारी विरासत पर बात रखते हुए अंजलि ने कहा कि यह दिवस स्त्रियों के संघर्ष का प्रतीक है। आज हम लोग जिस समाज में रह रहे हैं और जो आजादी हमें प्राप्त हुई है उसके लिए बहुत सारे महिलाओं ने कुर्बानियां दी। भले ही आज हम 21वीं सदी में रह रहे हैं लेकिन आज भी महिलाओं को पूरी आजादी नहीं मिल पाई है। आज भी हमारे समाज में स्त्रियों को पेशा, पोशाक व जीवन साथी चुनने का अधिकार नहीं है।

 

उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार का तंत्र यह बताता है कि महिलाएं सशक्त हो रही हैं आगे बढ़ रही हैं लेकिन यह महिलाओं की आबादी का केवल 1 या 2% हिस्सा ही है। यह वह समाज है जहां पर हर 3 मिनट में एक लड़की के साथ बलात्कार होता है। निर्भया ,उन्नाव ,रांची जैसी घटनाएं आज प्रति दिन घटित हो रही हैं। यहां तक कि संसद विधानसभाओं में तमाम नेता मंत्री भरे हैं। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के पीछे की सच्चाई ये है कि स्त्री उत्पीड़न के सबसे ज्यादा केस भाजपा के मंत्रियों पर है।इससे यह समझा जा सकता है कि इस समाज में स्त्रियां सुरक्षित रही नहीं सकती हैं अब जरूरत यह है कि महिलाएं अपनी चौकसी दस्ती बनाएं और इस पूंजीवादी पितृसत्तात्मक ढांचे को ही खत्म करके एक नया सामाजिक ढांचा बनाया जाए, जहां पर स्त्रियों को बराबरी का अधिकार मिल सके।

इस कार्यक्रम में माया,मनोरमा, मुकेश,राजू, विकास, सूर्या, निशा, राजकुमार आदि शामिल हुए।