चीनी मिल कर्मचारियों ने पीएम, सीएम को लिखा पत्र-हम भूखों मर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है

महराजगंज। बकाया वेतन, एरियर, बोनस, रिटेनिंग भत्ता की मांग को लेकर 12 दिन से धरने पर बैठे जेएचवी शुगर मिल गड़ौरा के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर कार्यवाही की मांग की है। कर्मचारियों ने पत्र में लिखा है कि हम भूखों मर रहे हैं लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

पत्र में कर्मचारियों ने लिखा है कि शुगर मिल प्रबंध तंत्र ने मार्च 2011 से अपना और कर्मचारियों दोनों का अंशदान नहीं जमा किया है। स्थायी कर्मचारियों का 18 माह का वेतन नहीं दिया है। वर्ष 2019-20 और 2020-2021 के ले आफ टाइम का आधा वेतन भी नहीं दिया गया है।दो वर्ष का रिटेनिंग भत्ता , वेतन बढ़ोतरी का एरियर, तीन वर्ष का बोनस का भी भुगतान नहीं किया गया है। मौसमी श्रमिकों का 2018-2019 और 2019-2020 की बैठकी भत्ता भी बकाया है।

कर्मचारियों ने कहा कि मृत और सेवानिवृत कर्मचारियों व स्वेच्छा से इस्तीफा देने वाले सभी श्रमिकों की गे्रच्यूटी का भी तीन वर्ष का बकाया चीनी मिल पर है। कर्मचारियों का 18 महीने का हाउसरेंट भी नहीं दिया गया है।

पत्र में कहा गया है कि वे अपनी समस्याओं को लेकर श्रमायुक्त, उप श्रमायुक्त, भविष्य निधि आयुक्त, जिलाधिकारी महराजगंज से मिल चुके हैं लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। चीनी मिल ने मनमाने तरीके से ले आफ कर दिया है। इसके विरोध में कर्मचारी 15 फरवरी से चीनी मिल गेट पर धरना दे रहे हैं। कर्मचारी और उनके परिवार भुखमरी के हालात में पहुंच गए हैं लेकिन हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।

पत्र पर अमला यादव, अशोक श्रीवास्तव, बाबूलाल यादव, कमलेश शर्मा, रामाज्ञा साहनी, शारदानद यादव, सबरू यादव, प्रेम सागर पांडेय, हनुमान शरण सिंह, मोहम्मद इस्लाम अंसारी, नवी अहमद, मोहन यादव, रामचन्द्र यादव, सच्चिदानंद मिश्र, नरेश राय, भानु प्रताप, शंभू प्रसाद, कैलाश प्रसाद, राजू मद्देशिया, वैजनाथ शर्मा, ओम नारायन, रामरक्षा यादव, ओम प्रकाश गुप्ता, नसीम आलम, बब्बन सिंह, दिनेश मिश्र, सत्य नारायण यादव के हस्ताक्षर हैं।