पिपराइच के मटिहनिया गांव में टाटा ट्रस्ट के सहयोग से खुला ग्राम स्तरीय पृथकवास केंद्र

गोरखपुर। जिले के पिपराइच ब्लॉक के मटिहनिया गांव में ग्राम स्तरीय लेवल वन पृथकवास केंद्र (आईसोलेशन सेंटर) की शुरूआत की गयी है । यह पहल स्वास्थ्य विभाग और टाटा ट्रस्ट ने संयुक्त तौर पर एक दूसरे के सहयोग से की है । दस बेड के इस केंद्र में उन मरीजों को भर्ती किया जाएगा जिनके घर में आइसोलेट रहने की सुविधा नहीं है और जो होम आइसोलेशन के योग्य हैं ।

इस केंद्र पर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण की भी सुविधा होगी । पिपराइच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. पी गोविंद, चेस्ट फिजीशियन ने गुरूवार को इस केंद्र का शुभारंभ किया । उन्होंने बताया कि केंद्र पर थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर समेत सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी ।

अधीक्षक डॉ. नंदलाल कुशवाहा ने कहा कि इस केंद्र के शुरू हो जाने से स्थानीय ग्रामीण जनों को काफी लाभ मिलेगा । जनता को बधाई देते हुए उन्होंने ट्रस्ट के प्रोजेक्ट प्रयास की सराहना की जिसके अंतर्गत कठिन दौर में यह पहल की गयी । उन्होंने बताया कि इस केंद्र पर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराएंगे । टीकाकरण का कार्यक्रम कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार चलेगा । केंद्र पर आवश्यकतानुसार स्टॉफ नर्स और डॉक्टर की सुविधा भी दी जाएगी । एमएल मेमोरियल पब्लिक स्कूल पर स्थापित इस केंद्र पर एएनएम की मदद से मरीजों की निगरानी होगी और उन्हें भोजन, दवा, परामर्श निःशुल्क दिया जाएगा । चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी गोविंद तकनीकी सलाहकार के तौर पर योगदान देंगे।

इस अवसर पर परियोजना प्रबंधक डॉ. संदीप चवन ने आसपास के नवनिर्वाचित प्रधानों व जनता का आह्वान  किया कि वह अपने गांवों से अधिक से अधिक लोगों को इस केन्द्र का और टीकाकरण की सुविधा का लाभ दिलवायें। परियोजना अधिकारी इन्द्रजीत कुमार ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय से प्राप्त दिशा-निर्देशन में इस केन्द्र को प्रयोग के तौर पर एक माह के लिए चलाया जायेगा तथा प्राप्त अनुभवों के आधार पर आगामी निर्णय लिया जायेगा। यदि यह प्रयोग सफल होता है तो अन्य ग्रामों में भी इस मॉडल को स्थापित किया जा सकेगा । उद्घाटन अवसर पर पर ब्लॉक परियोजना अधिकारी अनुराग तिवारी, प्रशांत राय बीपीएम पिपराइच, धमेंन्द्र राय, अरविंद पांडे प्रदीप सुरेश, मनीष शुक्ला,सूर्यकांत तिवारी, जितेंद्र, सुरेंद्र गोंड प्रमुख तौर पर उपस्थित थे।

स्थानीय मदद से तैयार हुआ केंद्र

ग्रामीण पृथकवास केंद्र के लिए ग्राम पंचायत गौरा के बरबसपुर के रहने वाले वकील सिंह ने स्वास्थ विभाग व ट्रस्ट का सहयोग किया। परियोजना अधिकारी ने बताया कि वकील सिंह ने ही स्कूल में स्थान उपलब्ध कराया है। केंद्र को चलाने में समुदाय का भी सहयोग मिल रहा है। पृथकवास में रह रहे मरीजों को भोजन व डॉक्टर के सलाह के अनुसार दवा की व्यवस्था रहेगी। अगर केंद्र में रहने वाले व्यक्ति के ऑक्सीजन का स्तर 93 से नीचे चला जाता है या अन्य कोई गंभीर लक्षण दिखता है तो उसे उच्च स्वास्थ्य सुविधा केंद्र पर संदर्भित कर दिया जाएगा।

इस तरह हुई पहल

विश्वव्यापी करोना महामारी से पिछले वर्ष की अपेक्षा प्रसार व मृत्य दर में बढ़ोत्तरी हुई है। इस वर्ष जिले के ग्रामीण अंचल में भी कोविड मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ी है। कई घरों में अतिरिक्त कमरों के अभाव में पृथकवास संभव नहीं हो पाता तथा कोविड मरीज परिवार के सदस्यों के साथ रहने के लिए मजबूर होता है, जिससे अन्य सदस्य भी कोविड से बीमार हो जाते हैं । दिमागी बुखार से ग्रसित जिलों में उत्तर प्रदेश सरकार और टाटा ट्रस्ट की साझेदारी में वर्ष 2018 से प्रोजेक्ट प्रयास चल रहा है । इसके तहत गोरखपुर जिले के पिपराईच ब्लॉक और सिद्धार्थनगर जिले के उसका बाजार में समुदाय आधारित स्वास्थ्य बेहतरी के लिए पहले से ही कार्य हो रहा है । इसी के तहत अब कोविड मरीजों की मदद के लिए भी पहल की गयी है ।