स्वास्थ्य

बीआरडी की डॉक्टर के नाम से पैथालाॅजी सेंटर चलाने के मामले में संचालक और एमबीबीएस स्टूडेंट गिरफ्तार

गोरखपुर. बीआरडी मेडिकल कालेज की डॉक्टर के नाम से अवैध रूप से पैथालाॅजी सेंटर चलाने के मामले में पुलिस ने एक अगस्त को पैथालाॅजी सेंटर के संचालक और बीआरडी मेडिकल कालेज के एमबीबीएस स्टूडेंट को गिरफ्तार कर लिया.

गुलरिहा पुलिस ने इस मामले में  मु0अ0सं0 568/18 धारा 419,420,379, 467,468,471, भादवि के अंतर्गत केस दर्ज किया था. यह केस बीआरडी मेडिकल कालेज की पैथालाॅजी विभाग की शिक्षिका  डॉ कंचन श्रीवास्तव ने दर्ज कराया था. उन्होंने शिकायत की थी कि उनकी डिग्री पर बरगदवा क्षेत्र में लीलावती पैथालाॅजी संचालित की जा रही है. यह जानकारी उन्हें तब हुई जब एक मरीज के पास से लीलावती पैथालाॅजी की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बतौर जांचकर्ता अपना नाम देखकर वह चौंक गईं. उन्होंने इस मामले की जानकारी प्रधानाचार्य को दी और गुलरिहा थाने में केस दर्ज कराया.

जाँच में मेडिकल कालेज के एक स्टूडेंट और प्रधानाचार्य आफिस के एक क्लर्क का नाम सामने आया. इन दोनों पर आरोप था कि इन्होने शिक्षिका के शैक्षिक रिकॉर्ड पैथोलॉजी संचालक को उपलब्ध कराया था.

 पुलिस अधीक्षक उत्तरी रोहित सिंह सजवान ने बताया की पुलिस ने चरगाँवा के एक मेंस पार्लर के पास से विनोद सिंह (29) पुत्र सुर्य प्रताप सिंह निवासी ग्राम टिकरिया थाना गुलरिहा और  डा0 सुनील कुमार सरोज पुत्र कमला प्रसाद सरोज निवासी जहाँसापुर थाना मछली शहर जिला जौनपुर को गिरफ्तार किया. विनोद सिंह लीलावती पैथालाॅजी का संचालक है जबकि डॉ सुनील (31) एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है. पुलिस के अनुसार डॉ सुनील कुमार सरोज ने 40 हजार रूपये में डा0 कंचन श्रीवास्तव की बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर की डिग्री व अन्य प्रमाण पत्रो की छायाप्रति विनोद सिंह को बेची थी. उक्त प्रमाण पत्रो के आधार पर लीलावती पैथालाॅजी को डा0 कंचन श्रीवास्तव के नाम से चलाया जा रहा था.

एसएसपी ने बताया कि अभियुक्तों के पास से डा0 कंचन श्रीवास्तव के आधार कार्ड की छायाप्रति, एमबीबीएस डिग्री की छायाप्रति , शासकीय वैद्दकीय गवर्नमेन्ट महाविद्दालय औरंगाबाद की अनुभव प्रमाण पत्र की छायाप्रति, एम डी पैथालोजी डिग्री की छायाप्रति , शपथ पत्र (नोटरी, वयानहलफी) की मूल प्रति बरामद किया गया है.

चर्चा है कि बीआरडी मेडिकल कालेज के क्लर्क ने डॉ सुनील सरोज को शैक्षणिक रिकॉर्ड दिए थे लेकिन क्लर्क को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है. एसपी नार्थ रोहित सिंह सजवान ने बताया कि जाँच अभी चल रही है. जो सबूत मिले हैं उसके आधार पर गिरफ्तारी की गई है. आगे भी कार्रवाई होगी.

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