जनपद

“कान्हा – अवलंबन अभियान” का शुभारंभ.

गोरखपुर. पहल संस्था द्वारा बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में अध्ययनरत ऐसे बच्चे, जिनके पिता की असमय मृत्यु हो जाने के कारण पढ़ाई बाधित न हो इस मंशा से उन्हें सहयोग प्रदान करने के लिए कान्हा अवलंबन अभियान की शुरुआत की गई है.

यह अभियान प्रारम्भिक स्तर पर गोरखपुर जनपद के विकास खंड चरगावां मे चलाया जाएगा.  भविष्य मे जनपद गोरखपुर के अन्य विकास खंडो मे भी अभियान को चलाया जाएगा.
अभियान का शुभारंभ शनिवार को चरगावां ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सरैया में गोरखपुर मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक, डॉक्टर सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह द्वारा किया गया.

चरगावां के संकुल सराय गुलहरियाँ के अंतर्गत आने वाले 7 विद्यालयों में से ऐसे बच्चों का चयन किया गया जिनके पिता की असमय मृत्यु हो गई है. सरैया, सराय गुलहरियाँ, पकड़ी, परसिया, नाहरपुर विद्यालय के अंतर्गत आने वाले ग्रामो के कुल 88 बच्चों को कक्षा वार कॉपी, पेन, पेंसिल, कलर बॉक्स, इरेज़र, शार्पनर, ज्यामिती बॉक्स आदि इस सत्र एवं आगामी सत्र के लिए उपलब्ध कराया गया. अकेले सरैया में 55 ऐसे बच्चे चिन्हित्त किये गए जिनके पिता की असमय मृत्यु हो गयी है.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि
पहल संस्था द्वारा इस प्रकार के पुनीत कार्य की शुरूआत की जा रही है जो निश्चित रूप से इन मासूम बच्चो के उज्जवल भविष्य के लिए सहायक एवं मील का पत्थर सिद्ध होगा. हम सबके प्रयास से ये बच्चे समाज को दिशा देने वाले बन सकते है.

विशिष्ट अतिथि भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि कि सरकार के साथ-साथ समाज को मिलकर मासूमों के उज्जवल भविष्य के लिए आगे आने की जरूरत है और मैं धन्यवाद देना चाहता हूं पहल के सदस्यों को जो हमारे बेसिक शिक्षा के बच्चों के लिए इस प्रकार पहल कर रहे हैं निश्चित रूप से हम सब का प्रयास रंग लाएगा और ये बच्चे कल हमारे देश के कर्णधार बनेंगे.

पहल केे अध्यक्ष श्री डी के आर्य ने कहा कि पिता के मत्यु के कारण परिवार को आर्थिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक दबावो का सामना करना पड़ता है. बच्चे की मूलभूत आवश्यकताओ को पूर्ण करने में भी माँ अपने आप को असहाय पाती है. ऐसी स्थिति मे शिक्षा की ओर ध्यान केन्द्रित करना कही न कही बच्चे और उसके परिवार दोनों के लिए चुनौती से कम नहीं होती. ऐसा भी देखने को मिलता है कि ये मासूम बाल मजदूरी या अन्य असामाजिक गतिविधियो मे संलिप्त हो जाते हैं. राष्ट्र उत्थान के लिए सरकार के प्रयासो के साथ कदम से कदम मिला कर चलना समाज और आम आदमी का भी दायित्व होता है. इसी क्रम मे ‘पहल’ द्वारा ऐसे जरूरतमन्द बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए निर्वाध शिक्षा मे सहयोग उपलब्ध कराने के लिए ‘कान्हा- अवलंबन अभियान’ निम्नवत परिकल्पित की गई है।

चिन्हित बच्चों को अनिवार्य शिक्षा निर्वाध रूप से प्राप्त हो सके इसके लिए उनके पूर्ण अध्ययन-काल तक आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा. विद्यालय मे बच्चों का त्रैमासिक आंकलन द्वारा आवश्यकता एवं प्रगति की जानकारी एकत्रित कर उचित सहयोग प्रदान किया जाएगा. समय समय पर संकुल स्तर पर माताओं/अविभावकों की काउन्सेलिंग की जाएगी और उनके स्वावलंबन का भी प्रयास संस्था द्वारा उपलब्ध सरकारी योजनाओ के सहयोग से किया जाएगा।

इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी चरगावां राजेश कुमार वैश्य, राकेश दुबे, राजेश सिंह, देवेंद्र आर्य, दिलीप सिंह, आशीष चोखानी, श्रीमती तुली, नवनीत श्रीवास्तव अमित श्रीवास्तव, शालिनी श्रीवास्तव, राजेश त्रिपाठी, अंशु गौड़, मनीषा सिंह, राजेंद्र नाथ शर्मा, राजीव पांडे, रश्मि, श्वेता तुली, निर्मला रानी, अनीता श्रीवास्तव, दीप्ति मिश्रा, बबीता सिंह, संजय और विद्यालयों के अध्यापक गण, बड़ी संख्या में बच्चे एवं बच्चों के अभिभावक मौजूद थे.

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