गांधी जयंती पर डुमरियागंज में पीपुल्स एलाइंस कार्यालय का उद्घाटन 

सिद्धार्थनगर। गांधी जयंती के मौके पर महात्मा गांधी को याद करते हुए, डुमरियागंज में पीपुल्स एलाइंस कार्यालय का उदघाटन रिहाई मंच अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद शोएब और मृतक प्रवासी मजदूर की पत्नी रीता देवी के हाथों से किया गया। इस मौके पर पीपुल्स एलाइंस ने डुमरियागंज नगर पंचायत के मालीमैनाह गांव के मृतक प्रवासी मजदूर मनीराम गुप्ता की पत्नी रीता देवी के रोज़गार कराने के लिए जिम्मेदारी ली।

पीपुल्स एलाइंस का गठन करोना महामारी में देश में लॉकडाउन लगने के बाद किया गया था। उत्तर प्रदेश में कई जिलों में पीपुल्स एलाइंस के लोगों ने लॉकडाउन में गरीब, मजदूर, असहाय, वंचित समाज और जरूरतमन्दों को घर-घर जाकर राशन, मास्क दिया और करोना महामारी से बचने के लिए जागरूक करते रहे। संगठन ने तालाबंदी के बाद गॉव की तरफ आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए डुमरियागंज में ‘प्रवासी मजदूर सहायता केंद्र’ का स्टाल लगाकर जल-पान कराया और कइयों को गाड़ी करा-कर घर पहुंचवाया।

जनपद के प्रवासी मजदूरों के लिए पीपुल्स एलाइंस ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर महानगरों में मदद किया। लॉकडाउन में दो गरीब बेटियों की शादी भी कराई। महानगरों में तालाबंदी के बाद आ रहे प्रवासी मजदूरों का रास्ते में दुर्घटना में मौत हो जाने पर मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी और उनके न्याय के लिए आवाज भी उठाया।

रिहाई मंच अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद शोएब ने कहा कि महात्मा गांधी के संघर्षों को पीपुल्स एलाइंस आगे बढाने के लिए संकल्प लेती है। पीपुल्स एलाइंस जनता का गठबंधन बनाने के लिए जमीन पर संघर्ष कर रही है। राजीव यादव ने कहा कि पीपुल्स एलाइंस संवैधानिक, लोकतांत्रिक दायरे में रहते हुए समानता, बंधुत्व की लड़ाई लड़ते हुए समतामूलक देश का निर्माण करेगी। प्रोग्राम का संचालन शाहरुख अहमद ने किया और शकील कुरैशी, आदिल आज़मी, इरम रिज़वी, एडवोकेट शादाब, अरबाब फ़ारूक़ी, नौशाद, अज़ीमुश्शान फ़ारूक़ी आदि ने बात रखी।

पीपुल्स एलाइंस ने सिद्धार्थनगर में 10 सदस्यीय संयोजन समिति का गठन किया है जिसके संयोजक अज़ीमुश्शान फ़ारूक़ी को बनाया गया है। उदघाटन समारोह में ही कई लोगों ने सदस्यता ग्रहण किया। समारोह में अफ़रोज़ सिद्दीकी, राजू प्रजापति, आतिफ अख्तर, महताब आलम, कामरान खान, नायाब, फ़ारूक़, बिलाल, सुभाष यादव, नौशाद, अहमद चौधरी, , सैफ अली, हकीमुल्लाह, कादिर, डॉ लुकमान, जावेद, अहमद, इक़बाल, आदिल, कलीम, मुमताज़, शरीफ आदि लोग मौजूद रहे।