सुपौल (बिहार)। कोशी नव निर्माण मंच ने समाधान यात्रा पर एक फरवरी को सुपौल आ रहे मुख्यमंत्री को खुला आमन्त्रण पत्र भेजते हुए उनसे तटबन्ध के बीच आकर लोगों के दुःख दर्द को देखने और सुनने की अपील की है।
मंच द्वारा जारी प्रेस खुले आमंत्रण पत्र में लिखा गया है ‘ आप ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर जो विकास किए है उसके हम भुक्त भोगी है। आप तटबन्ध की चौड़ाई घटवाते जा रहे है जिससे बाढ़ कटाव की तीव्रता बढ़ गयी है। आप एक बार कोशी तटबन्ध के बीच आकर उसे देख लीजिए कि लोग कैसे बाढ़, कटाव की पीड़ा झेलते हैं। इस वर्ष की बाढ़ सहायता नही दी गयी। पिछले वर्ष के 1200 से अधिक लोगों के घर कटने पर आपके चहेते अफसर शपथ पत्र देकर कह दिए कि बाढ़ ही नही आती है न किसी के घर कटे। जो गांव कटाव की जद में हैं उसको बचाने के लिए कोई पाइलिंग तक के कोशिश नही होती है। कोशी पीड़ित विकास प्रधिकार गायब है। सर्वे में नदी के बीच की जमीन सरकार के नाम होने का खतरा विद्यमान है। चार हेक्टेयर तक के लगान माफी के बाद भी लगान की वसूली होती है।
पत्र में कहा गया है कि ‘ आप जिले में मेडिकल कालेज भले बनवा दिए हों परन्तु आज भी तटबन्ध के बीच कोई भी उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। शिक्षा की खराब हालत से हमारे बच्चों का भविष्य अज्ञानता के अंधेरे में डूबने वाला है। किसान की उपज की खरीद हो या खाद के संकट, पलायन करने वाले मजदूरों के सवालों को कौन पूछता है। हमलोग ये जीवन से जुड़े कोई सवाल आपको नही पूछेंगे, आप एक बार आकर इसके सम्बन्ध में खुद ही देख लीजिए। ‘