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उत्तर प्रदेश में आम आदमी का जीवन सुरक्षित नहीं- अजय कुमार लल्लू

 

लखनऊ।  उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा है कि लखनऊ अपराध की राजधानी बन चुकी है। आये दिन हत्या आम बात हो गयी है। युवा अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी की जिस निर्ममता के साथ हत्या की गयी है उससे लगता है कि हमारी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। अभी एक सप्ताह पहले ही एक अधिवक्ता की चाकुओं से गोद कर हत्या हो चुकी थी. मृतक वकील ने हत्या से पहले पुलिस से गुहार भी लगायी थी कि उसके साथ कोई भी घटना घटित हो सकती है, और एक सप्ताह के अन्दर ही यह दूसरी घटना स्तब्ध करने वाली है। लखनऊ पुलिस बेगुनाह लोगों को तो तुरन्त पकड़ लेती है, लेकिन अपराधी उसकी पकड़ में नहीं आते हैं।

कंाग्रेस पार्टी ने लखनऊ में घटित इस दुखद घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए सरकार से तुरन्त अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूरा प्रदेश जंगलराज में तब्दील होता जा रहा है। अभी कल ही इलाहाबाद में एक पूरे परिवार की पाॅंच सदस्यों की निर्मम हत्या हुई और आज यह घटना प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करती है। काँग्रेस पार्टी सरकार से मांग करती है कि प्रदेश की सरकार बेगुनाह और संविधान समर्थकों की गिरफ्तारी करने के बजाय प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने पर ध्यान दे तो ज्यादा बेहतर होगा।

प्रदेश काँग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर मृत अधिवक्ता के परिजनों से संवेदना व्यक्त करने पार्टी के कार्यसमिति के सदस्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद पहुॅंचे। श्री प्रसाद ने परिवारीजनों को ढ़ाढस बधाते हुए कहा कि दुःख की इस घड़ी में पार्टी आपके साथ है और आपकी हरसम्भव मदद करेगी। मृत अधिवक्ता के अंतिम संस्कार में काँग्रेस का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में शामिल हुआ, जिसमें लखनऊ के प्रभारी रमेश मिश्रा, अनुशासन समिति के सदस्य श्याम किशोर शुक्ला, शहर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौ हान के अलावा वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र मदान, सरोज शुक्ला, बृजेन्द्र कुमार सिंह, दिलप्रीत सिंह, शंकरलाल गौतम, अन्नू सोनी सहित कई नेता शामिल थे।

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