मरियम ने ईदी के 1100 रुपये तो मदरसा अध्यापकों ने 38,500 रुपये ‘मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष’ में दिया  

गोरखपुर। कोरोना वॉयरस संकट से लड़ने के लिए बने ‘मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष’ में मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार के अध्यापकों व कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन और सेंट जोसेफ स्कूल सिविल लाइन में पढ़ने वाली पांच साल की मरियम फातिमा ने अपनी ईदी गुरुवार को जिला प्रशासन को दिया.

मोहल्ला धम्माल के रहने वाले खुर्शीद अहमद मून व शोएबा निशात की की बेटी मरियम फातिमा ने अपनी कुल ईदी 1100 रुपये अपर जिला मजिस्ट्रेट वित्त व राजस्व राजेश कुमार सिंह को सौपा.  अपर जिला मजिस्ट्रेट ने मरियम के प्रयास की तारीफ की. जलपान कराया. तोहफे में सैनिटाइजर दिया.

मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार के प्रधानाचार्य हाफिज नज़रे आलम कादरी व आधुनिकीकरण अध्यापक मोहम्मद आज़म जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग पहुंचे। मदरसे के अध्यापकों व कर्मचारियों द्वारा अपने एक दिन का वेतन 38,500 रुपये राहत कोष में जमा किए जाने संबंधी पत्रक जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय को सौंपा। एक दिन का वेतन सरकर के राहत कोष में आरटीजीएस के माध्यम से जमा करा दिया गया। अधिकारी ने मदरसा आध्यापकों व कर्मचारियों के प्रयास की सराहना की।

कोरोना संकट की इस घड़ी में अनुदानित मदरसों के समस्त अध्यापकों व कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन ‘मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष’ में जमा करने का फैसला लिया है।