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‘ मौलाना आज़ाद ने पूरी जिंदगी हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए काम किया ’

 

गोरखपुर. मौलाना आज़ाद हाई सेकेंडरी स्कूल, नाथमलपुर में 17 नवम्बर को मौलाना आजाद डे समारोह का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विद्यालयों के 258 छात्र/छात्राओं को पुरस्कृत किया गया.

समारोह के मुख्य अतिथि नगर विधायक डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि गोरखपुर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ अज़ीज़ अहमद और गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ अहमद नसीम थे। अध्यक्षता चौधरी नजमुद्दीन अंसारी ने की.

इस मौके पर डॉ अज़ीज़ अहमद ने अपने भाषण में कहा कि मौलाना आज़ाद हिन्दू मुस्लिम एकता के समर्थक थे। उन्होंने सबसे पहले यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन को स्थापित करवाया, प्रोफेशनल शिक्षा के बहुत बड़े समर्थक थे, नाट्य अकादमी, संगीत गायन, आई आई टी खड़गपुर इसका ज्वलंत उदाहरण है।

विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ अहमद नसीम ने कहा कि शिक्षा अति आवश्यक है, इसके महत्व को समझने की आवश्यकता है.

मुख्य अतिथि डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि मौलाना आज़ाद एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने मुल्क के बंटवारे का डट कर विरोध किया और लोहे की दीवार की तरह खड़े हो गए थे. दो-राष्ट्र थियरी के खिलाफ मजबूती से खड़े रहे. वे हिन्दू-मुस्लिम एकता के समर्थक थे.

डॉ अग्रवाल ने कहा कि हम सब हिन्दू मुस्लिम मिल जुल कर रहेंगे तो देश तरक़्क़ी करेगा, इसलिए हम सबको को मिलजुल कर इसे तरक़्क़ी के रास्ते पर ले जाना है.

इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक मो० फ़ैयाज़ आलम, प्रिंसिपल डॉ गुलाम हैदर, मो० इब्राहीम, डॉ ताहिर अली सब्ज़पोश, इंजीनियर शम्स अनवर, पत्रकार अब्दुल बाक़ी, सहारा के संपादक इज़हरुल हक़, गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ बदरे आलम, क़ाज़ी क़लीमुल हक़, आसिफ सईद, आसिम गोंडवी, एम आर जावेद आलम, स्कूल सोसाइटी के सदस्य वसी अहमद, इदरीस अहमद, शब्बीर अहमद, चौधरी मोइनुद्दीन, शाहिद हुसैन, डॉ लायक़ अहमद, मौलाना आज़ाद गर्ल्स इंटर कॉलेज के अध्यक्ष अल्हाज मो० अहसन अन्सारी, मो० मुस्तक़ीम आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन स्कूल के अध्यापक हाफिज अयाजुद्दीन ने किया.