पुलिस ने कांग्रेस अध्यक्ष सहित सैकड़ों कांग्रेसियों को उम्भा गांव नहीं जाने दिया, रास्ते में रोका

वाराणसी। सोनभद्र के उम्भा गांव में आदिवासियों की हत्या की घटना की पहली बरसी पर उभ्भा जा रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सहित सैकड़ों कांग्रेसियों को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर रोक दिया। कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भदोही जिले के गोपीगंज के पास रोक लिया गया तो वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय राय, राजेश मिश्र, प्रदेश महासचिव विश्वविजय सिंह सहित 200 कांग्रेसियों को उम्भा गांव के 40 किलोमीटर पहले एक टोला प्लाजा पर रोक कर गिरफतार कर लिया गया। शाम सात बजे मुचलके पर छोड़ा गया।
उम्भा गांव में भी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रामराज गोंड को भी हिरासत में ले लिया गया।

उम्भा कांड की बरसी पर गांव जा रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भदोही जिले के गोपीगंज में भारी पुलिस बल ने रोक लिया। यहां श्री लल्लू की पुलिस अफसरों से काफी बहस हुई। पुलिस श्री लल्लू और उनके साथ के लोगों को एक गेस्ट हाउस लेकर गयी और देर शाम सुरक्षा घेरे में उन्हें लखनऊ पहुंचा दिया गया।

उधर वाराणसी के मोहनसराय से प्रदेश महासचिव विश्वविजय सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय राय, राजेश मिश्र सहित 200 से अधिक कांग्रेस नेता उम्भा गांव के लिए निकल पड़े। पुलिस ने इन्हें मिर्जापुर के एक टोल प्लाजा पर रोकने की कोशिश की लेकिन कांग्रेस यहां से आगे बढ़ गए। आगे जाने पर उम्भा गांव से 40 किलोमीटर पहले सभी को पीएसी और पुलिस ने रोक लिया। यहां पर सभी को गिरफतार कर लिया गया। शाम सात बजे सभी को मुचलके पर छोड़ा गया।

 

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उम्भा कांड को एक वर्ष हो गए लेकिन सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया। हम कांग्रेसी इस घटना के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे थे लेकिन दमन पर उतारू सरकार ने हमें रास्ते में रोक दिया।