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आधी रात के बाद पुलिस ने पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेन्द प्रताप और उनके भाई को घर से उठाया

पूर्वांचल सेना का आरोप-जनहित के मुद्दों पर आंदोलन करने के कारण दमनात्मक कार्रवाई कर रही है पुलिस

गोरखपुर। पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप और उनके छोटे भाई योगेन्द्र प्रताप को आधी रात के बाद पुलिस ने घर से हिरासत में ले लिया। धीरेन्द प्रताप के परिजनों को न तो हिरास्त में लेने का कारण बताया गया और न ही उन्हें कहां रखा गया है इसकी जानकारी दी गयी है। पूर्वांचल सेना का आरोप है कि जन हित के मुद्दों पर संघर्ष व आंदोलन करने के कारण धीरेन्द्र प्रताप को पकड़ा गया है।

पूर्वांचल सेना के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र वाल्मीकि ने बताया कि रात दो बजे क्राइम ब्रांच और कैंट पुलिस बेतियाहाता स्थित धीरेन्द्र प्रताप के आवास में जबरन घुस गयी और उन्हें व उनके छोटे भाई योगेन्द्र प्रताप को पकड़ लिया। पुलिस के पास कोई वारंट नहीं थी। परिजनों ने धीरेन्द्र प्रताप को हिरासत में लिए जाने का विरोध किया तो उन्हें धमकी दी गयी।

श्री वाल्मीकि ने बताया कि आज दोपहर तक यह पता नहीं चल सका है कि धीरेन्द प्रताप को क्यों पकड़ा गया है और उन्हें कहां रखा गया है। परिजनों व अधिवक्ताओं को भी उनसे मिलने नहीं दिया गया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के मुद्दों पर आंदोलन करने के कारण धीरेन्द्र प्रताप को पकड़ा गया है। उनका उत्पीड़न किया जा रहा है और उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।

पूर्वांचल सेना ने धीरेन्द प्रताप के नेतृत्व में कल यानि 17 सितम्बर को संविदा नौकरी के प्रस्ताव के खिलाफ डीएम कार्यालय पर आंदोलन किया था और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन दिया था।

इसके पहले पूर्वांचल सेना ने बेलीपार थाना क्षेत्र के कुसमौल गांव में एक दलित युवक को ग्राम प्रधान द्वारा जान से मारने की धमकी दिए जाने के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन किया था।