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प्रधानमंत्री लक्ष्मीगंज चीनी मिल को चलाने की घोषणा करें- भाकियू (अ) जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह 

कुशीनगर। भारतीय किसान यूनियन (अ) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को ई-मेल भेज 20 अक्टूबर को कुशीनगर आगमन पर 13 वर्ष से बंद लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल की चलाने की घोषणा करने की मांग की है।

उन्होंने पत्र में लिखा है कि लक्ष्मीगंज चीनी मील का परिक्षेत्र एक सघन गन्ना उत्पादन क्षेत्र है। इस उद्योगविहीन क्षेत्र मे एक चीनी मील की स्थापना होना नितान्त आवश्यक है और लक्ष्मीगंज मे एक सुगर काम्प्लेक्स के लिए सभी प्राथमिकतायें मौजूद है। यहाँ गन्ने की उपज वर्तमान मे 800 से लेकर 1000 कुन्तल प्रति हेक्टेयर है। लक्ष्मीगंज परिक्षेत्र प्रतिवर्ष 60 से 70 लाख कुन्तल गन्ना उत्पादन करने मे सक्षम है। इसलिए 50 से 60 टन क्षमता वाली प्रतिदिन पेराई करने की एक चीनी मील स्थापित होने पर इस परिक्षेत्र के किसानों के गन्ने की पेराई की समस्या का समाधान हो सकता है।

श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में पिछले सरकारों की गलत नीतियों और कुछ राजनीतिक कारणों से उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम की लक्ष्मीगंज चीनी मिल को वर्ष 2008 में घाटा दिखाकर बन्द कर दिया गया और बसपा सरकार ने इस मिल को 2011 में औने-पौने दाम पर बेच दिया। इसकी सीबीआई जांच प्रदेश सरकार द्वारा करा कर लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा ताला लगाकर जिला प्रशासन को सौंप दिया गया है। लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल पर किसानों के गन्ने का भुगतान एक रुपया भी बकाया नही है। इसलिये लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने में किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं है।