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कुलपति के खिलाफ सत्याग्रह करने वाले प्रो कमलेश गुप्त को मिला व्यापक समर्थन

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति पर अधिनियम, परिनियम, अध्यादेश, शासनादेश का उल्लंघन कर कार्य करने का आरोप लगाते हुए सत्याग्रह करने वाले हिंदी विभाग के प्रोफेसर कमलेश कुमार गुप्त का समर्थन हर रोज बढ़ रहा है।

सत्याग्रह के तीसरे दिन विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन परिसर में बड़ी संख्या में पूर्व शिक्षक, शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, साहित्यकार प्रो गुप्त का समर्थन करने पहुंचे।

प्रो गुप्त के सत्याग्रह का समर्थन लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ लूटा, लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों के संघ लुआक्टा , माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट ने भी किया है और बयान जारी किया है।

गुरूवार को सत्याग्रह स्थल पर हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो अनंत मिश्र, प्रो चितरंजन मिश्र, प्रो शिवशरण दास, वरिष्ठ समाजवादी नेता फतेहबहादुर सिंह, फुफुक्टा के संयुक्त मंत्री डा. भगवान सिंह, गुआक्टा के अध्यक्ष डा. केडी तिवारी, पूर्व अध्यक्ष डाॅ श्रीश मणि त्रिपाठी, कवि देवेन्द्र आर्य, स्ववित्त पोषित वित्त विहीन महाविद्यालय शिक्षक संघ के प्रवक्ता डाॅ चतुरानन ओझा, डा. संजयन त्रिपाठी, पूर्व छात्र नेता चेतना पांडेय, नारायण दत्त पाठक, गौरव वर्मा आदि पहुुंचे और प्रो गुप्त को समर्थन दिया।

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