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दूसरी पुण्यतिथि पर प्रो लाल बहादुर वर्मा को याद किया

गोरखपुर। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के इतिहास विभाग ने आज प्रसिद्ध इतिहासकार प्रो लाल बहादुर वर्मा की द्वितीय पुण्यतिथि पर स्मृति सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष प्रो चंद्र भूषण गुप्त अंकुर, डॉ सुधाकर लाल श्रीवास्तव, प्रो राजेश मल्ल सहित छात्र-छात्राओं ने प्रो लाल बहादुर वर्मा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

विभागाध्यक्ष प्रो0 चंद्र भूषण गुप्त अंकुर ने कहा कि प्रो वर्मा जैसा बहुआयामी व्यक्तित्व मिलना मुश्किल है। वे इतिहास के साथ-साथ सभी विषयों में कुशल अध्यापन का गुण रखते थे। प्रो वर्मा आदमी को इंसान बनाना चाहते थे। वे एक साथ अकादमिक , साहित्यिक एवं एक्टिविस्ट थे। उन्होंने नुक्कड़-नाटक के जरिए आम जन को जागृत करने का काम किया।

डॉ0 सुधाकर लाल श्रीवास्तव ने कहा कि प्रोफेसर वर्मा शिक्षा और शिक्षक की नैतिकता को एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया।

डॉ श्वेता ने डॉक्टर रामू सिद्धार्थ के संस्मरण को मंच से साझा किया। शोध छात्रा श्रेया श्रीवस्तव ने अपने अध्ययन के आधार पर अपनी बात कही। कार्यक्रम के आखिर में प्रोफेसर वर्मा के शिष्य रहे प्रोफेसर चंद्रशेखर पांडे ने उनके अकादमिक जगत और विभिन्न सेमिनारओं में उनके उत्कृष्ट कार्यों को साझा किया।

कार्यक्रम में इतिहास विभाग की प्रोफेसर निधि चतुर्वेदी, डॉ मनोज तिवारी, प्रो0राजेश मल, डॉ0 रामनरेश राम, डॉ0 सर्वेश शुक्ल आदि के अतिरिक्त विभाग के छात्र-छात्रा उपस्थित रहे।