समाचार

शिक्षामित्रों ने गोरखपुर और बांसगांव के सांसद को ज्ञापन देकर सहायक अध्यापक पद पर बहाल करने की मांग की

गोरखपुर । उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला उपाध्यक्ष अविनाश कुमार के नेतृत्व में शिक्षामित्रों ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सदर सांसद प्रवीण कुमार निषाद व बांसगांव सांसद कमलेश पासवान की अनुपस्थित में उनकी माता पूर्व सांसद सुभावती देवी को ज्ञापन सौंपकर अपनी व्यथा बताई और इस पर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराने का आग्रह किया ।

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश संगठन मंत्री राम नगीना निषाद ने कहा प्रदेश में 2001 से लगभग 1,70,000 शिक्षा मित्र प्रदेश के सुदुर ग्रामीण अंचलों में स्थित प्राथमिक विद्यालयों में गरीबों के बच्चों को शिक्षा देने का कार्य कर रहे हैं। विगत 2009 में शिक्षा का अधिकार कानून आने के बाद प्रदेश में कार्यरत समस्त शिक्षा मित्रों को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के दिशा निर्देशन में दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से 2 वर्षीय बी टी सी का प्रशिक्षण कराया गया। ततपश्चात प्रदेश के लगभग 137000 शिक्षा मित्रों को 2 चरणों में सहायक अध्यापक पद पर समायोजित भी कर दिया गया।परन्तु इसी बीच मामला न्यायालय में चले जाने के कारण , पहले 12सितम्बर 2015 को उच्च न्यायालय द्वारा शिक्षा मित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया गया। पुनः मामला उच्चतम न्यायालय में एक विशेष याचिका योजित की गई । विगत 25 जुलाई 2017 को प्रदेश के शिक्षा मित्रों का सहायक अध्यापक पद पर हुए समायोजन को माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा निरस्त कर दिया गया।

समायोजन निरस्त होने के बाद प्रदेश के लगभग 900 शिक्षा मित्रों की आसमयिक मृत्यु ( कुछ के द्वारा आत्महत्या, कुछ की हृदयाघात से) हो चुकी है। तथा प्रदेश के शिक्षा मित्र मानसिक अवसाद में चले रहे हैं।

उच्चतम न्यायालय द्वारा 25जुलाई को दिये गए निर्णय में यह साफ कहा गया था कि शिक्षा मित्रों को दो लगातार भर्तियों में इनको मौका देकर सहायक अध्यापक बनाया जाय, परन्तु प्रदेश के समस्त शिक्षा मित्रों को बिना टेट पास कर पाए ही शिक्षक पद पर भर्ती हो रही है। जिससे प्रदेश के सभी शिक्षा मित्र इस समय अवसाद में हैं।भर्ती से घोर निराशा के साथ ही अपने भविष्य को लेकर बेहद सशंकित हो गया है।
कई बार मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करके समस्याओं के निराकरण के लिए निवेदन किया गया तथा उनके द्वारा शिक्षा मित्रों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन भी दिया गया था।
उप मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी भी गठित की गई, लेकिन अभी तक कोई निराकरण नहीं हुआ।

दोनों सांसदों को दिए गए ज्ञापन में निम्न मांग की गई है.

1– प्रदेश के समस्त शिक्षा मित्रों को अध्यादेश लाकर पुनः सहायक अध्यापक पद पर बहाल किया जाय।

2- समस्त शिक्षा मित्रों को स्थायी पद व वेतनमान देकर उनका भविष्य सुरक्षित किया जाय।
3— मृत शिक्षा मित्रों के परिवार को मुआवजा व नौकरी प्रदान की जाय।
4— प्रदेश में हो रही भर्ती से केवल शिक्षा मित्रों को लिखित परीक्षा से छूट देते हुये बी एड वालों को भर्ती से बाहर किया जाय।( जिससे उच्चतम न्यायालय के आदेश की अवमानना न हो )

इस दौरान संघ के जिला उपाध्यक्ष अविनाश कुमार, राजनाथ यादव ब्लॉक अध्यक्ष ब्रहमपुर ,मिट्ठू प्रसाद ,राकेश कुमार साहनी ब्लॉक अध्यक्ष पिपरौली, दिनेश गुप्ता ,संतोष सिंह, ईश्वरलाल, रमाशंकर दुबे, रामनिवास निषाद ब्लॉक अध्यक्ष चरगांवां, लालथर निषाद आदि दर्जनों शिक्षामित्र उपस्थित रहे.

Related posts