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सपा सांसद प्रवीण निषाद बोले-सुनील सिंह का उत्पीड़न कर रही है यूपी सरकार, लोकसभा में उठाएंगे मामला

गोरखपुर. गोरखपुर के सपा सांसद प्रवीण निषाद ने कहा है कि हिन्दू युवा वाहिनी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह का उत्पीड़न हो रहा है। एक युवा नेता का राजनीतिक कारणों से उत्पीड़न ठीक नहीं है। यूपी सरकार उनके साथ दुश्मन की तरह व्यवहार कर रही है। सुनील सिंह सहित तमाम निर्दोष युवाओं के उत्पीड़न के मामले को वह लोकसभा में उठाएंगें। उन्होंने गोरखपुर संसदीय क्षेत्र के उद्घाटन/शिलान्यास कार्यक्रमों में उपेक्षित करने और शिलापटों पर नाम दर्ज न करने का आरोप लगाया।

श्री निषाद गोरखपुर न्यूज लाइन से बात कर रहे थे। सपा सांसद कुछ दिन पहले मंडलीय कारागार में जाकर सुनील सिंह से मिले थे। इस मुलाकात के बाद प्रदेश सरकार ने सुनील सिंह को गोरखपुर से लखनऊ जेल स्थानान्तरित करने का निर्णय लिया है।

जेल में जाकर मुलाकात करने के बारे में जब सपा सासंद से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सुनील सिंह एक युवा नेता हैं। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफी करीबी रहे हैं। राजनीतिक मतभेद के कारण उन्होंने दूसरा रास्ता चुन लिया। इस कारण से उन्हें फर्जी मामले में जेल भेजना अन्याय है। वह खुद युवा सांसद हैं। इसलिए एक युवा नेता के साथ ज्यादती होना उन्हें मंजूर नहीं है। इसीलिए वह उनसे मिलने गए।

सपा सांसद ने कहा कि चूंकि यूपी सरकार ही सुनील सिंह का उत्पीड़न कर रही है, इसलिए सरकार से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। न्यायपालिका से ही न्याय की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि जेल में तमाम निर्दोष लोग बंद हैं। उन्हें फर्जी मामलों में गिरफ्तार किया गया है। जेल में बंद लोगों को यह भी नहीं पता कि उन्हें किस आरोप में पकड़ा गया है। सरकार के इशारे पर यह ज्यादती हो रही है। वह इन सभी मामलों को लोकसभा में उठाएंगें।

 हिन्दू युवा वाहिनी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह

सपा सांसद ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन द्वारा अभी भी उनकी उपेक्षा की जा रही है। सरकारी कार्यक्रमों की सूचना उन्हें अंतिम समय में दी जाती है। इस कारण से वह तमाम कार्यक्रमों में भाग नहीं ले पाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में होने वाले उद्घाटन व शिलान्यास कार्यक्रम के शिलापट में उनका नाम अंकित नहीं किया जा रहा है। जबसे वह सांसद बने हैं तबसे सिर्फ पूर्वोत्तर रेलवे के एक कार्यक्रम में उनका नाम का उल्लेख किया गया था।

प्रवीण निषाद ने कहा कि जिला स्तरीय तमाम समितियों की अध्यक्षता की जिम्मेदारी उनके बजाय बासगांव के भाजपा सांसद को दे दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि जनहित के सम्बन्ध में लिखे उनके पत्रों को अफसर और पुलिस अधिकारी गंभीरता से नहीं लेते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि गोरखपुर जिले में सभी सरकारी कार्यक्रमों को भाजपा के कार्यक्रम में तब्दील कर दिया जा रहा है और विपक्षी दलों के जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है। स्वस्थ लोकतंत्र में यह अच्छी बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए वह युवाओं को पार्टी और अपने साथ जोड़ने के लिए विशेष अभियान चला रहे हैं।

सुनील सिंह हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वह 2017 के यूपी चुनाव के पहले तक हिन्दू युवा वाहिनी के संरक्षक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफी करीबी थे। अपने सहित हियुवा के कुछ नेताओं को टिकट न मिलने पर उन्होंने विद्रोह कर दिया था और एक दर्जन स्थानों पर विद्रोही उम्मीदवार खड़ा कर दिए थे। इसकेे बाद उन्हें हिन्दू युवा वाहिनी से बाहर निकाल दिया गया। कुछ महीने पहले उन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी भारत नाम से नया संगठन बनाया और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।

उनका 31 अगस्त को हिन्दू युवा वाहिनी के एक नेता विवेक सूर्या से फेसबुक पोस्ट को लेकर विवाद हुआ। पुलिस का आरोप है कि सुनील सिंह और उनके सहयोगी चंदन विश्वकर्मा ने विवेक सूर्या को धमकाया। जब पुलिस ने इस आरोप में विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया तो सुनील सिंह उन्हे छुड़ाने राजघाट थाने पहुंच गए। वहां उनका पुलिस से विवाद हुआ। इसके बाद उन्हें 11 साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसी दिन उनके खिलाफ चार मुकदमे दर्ज कर लिए। बाद में एक और मुकदमा दर्ज किया गया। अगस्त के दूसरे सप्ताह में सुनील सिंह और चंदन विश्वकर्मा पर रासुका लगा दिया गया।

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