कालाजार से बचाव के लिए दूसरे चरण का छिड़काव शुरू, लगी हैं आठ टीम

कालाजार से प्रभावित हैं सात ब्लाॅक के करीब पांच दर्जन गांव

कुशीनगर।  जिले के सात ब्लाॅक की करीब पांच दर्जन गावों की आबादी को कालाजार से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे चरण का आईआरएस ( अंदरूनी अवशिष्ट छिड़काव) छिड़काव शुरू कर दिया है। छिड़काव के लिए कुल आठ टीम लगाई गईं हैं। प्रत्येक टीम में छह लोग लगाए गए हैं। छिड़काव शुरू करने से पहले सभी छिड़काव कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है।

कालाजार से प्रभावित जिन सात ब्लाक के विभिन्न गांवों में छिड़काव किया जा रहा है उनमें तरयासुजान, दुदही, विशुनपुरा, कुबेर स्थान,कसया, फाजिलनगर तथा तमकूही राज के नाम हैं। छिड़काव से इन सातों ब्लाकों के पांच दर्जन गावों की आबादी को कालाजार से निजात मिलेगा।

जिला मलेरिया अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि चिह्नित गांवों में छिड़काव व निरोधात्मक कार्य सितंबर तथा अक्टूबर माह में चलेगा। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण हेतु अल्फ़ा साईपर मेथरीन 5 % दवा का छिड़काव कराया जा रहा  है।

गोशाला व शौचालयों में भी कराया जा रहा छिड़काव

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि कालाजार से बचाव के लिए घरों, शौचालयों तथा गोशाला में भी छिड़काव कराया जा रहा है, छिड़काव करीब 6 फीट की ऊंचाई तक कराया जा रहा है। कच्चे घरों, अंधेरे व नमी वाले स्थानों पर विशेष तौर पर छिड़काव कराया जा रहा है। इस कार्य विश्व स्वास्थ्य संगठन के जोनल को-आर्डिनेटर डाॅ.सागर घोडेकर का विशेष सहयोग मिल रहा है। इनके द्वारा निरंतर छिड़काव कार्य का जायजा भी लिया जा रहा है।

कालाजार 

कालाजर बालू मक्खी से फैलने वाली बीमारी है। यह मक्खी नमी वाले स्थानों व अंधेरे में पायी जाती है। इस मक्खी के काटने से मरीज बीमार हो जाता है। उसे रूक रूक कर बुखार चढ़ता उतरता है। इस बीमारी से मरीज का पेट फुल जाता है। भूख कम लगती है। शरीर काला पड़ जाता है। लक्षण दिखने पर मरीज को तत्काल चिकित्सक से दिखाना चाहिए।

कब -कब मिले कालाजार के कितने मरीज

2015-108

2016-78
2017-61
2018-47
2019-32
2020-11

कालाजार के राष्ट्रीय परामर्शदाता ने लिया छिड़काव का जायजा

कालाजार के राष्ट्रीय परामर्शदाता डाॅ.वीके रैना ने कुशीनगर में दो दिन तक छिड़काव का जायजा लिया। वह तरयासुजान ब्लाक के ग्राम पंचायत मिश्रौली के जोगिया तथा नौका टोला तथा तमकूही ब्लाक के ग्राम पंचायत रामनगर में छिड़काव कार्य का सघन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया।

इस दौरान राष्ट्रीय परामर्शदाता के साथ डब्ल्यूएचओ के जोनल को-आर्डिनेटर डॉ.सागर घोडेकर , पाथ संस्था के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अमरेश पाथ के डीटीओ डाॅ.पंकज, डाॅ.अमित राय, जिला मलेरिया अधिकारी आलोक कुमार, मलेरिया निरीक्षक अशोक कुमार, स्वास्थ्य निरीक्षक संजय सिंह भी मौजूद रहे।