एएनएम संविदा संघ की प्रदेश संयोजक को घर में नजरबंद किया, 23 तक घर से बाहर न जाने का निर्देश मिला

गोरखपुर। एएनएम संविदा संघ की प्रदेश संयोजक प्रेमलता पांडेय को लखनऊ न जाने का निर्देश देते हुए जिला प्रशासन ने उनके घर पर पांच पुलिस कर्मियों को ड्यूटी लगाते हुए नजरबंद कर दिया है। प्रेमलता पांडेय संविदा एएनएम की माँगों को लेकर लखनऊ जाकर मुख्य सचिव से मिलने जाने वाली थीं।

एएनएम संविदा संघ पिछले कुछ महीनों से प्रदेश की 16 हजार संविदा एएनएम के गृह जनपद स्थानान्तरण, समायोजन होने तक 25 हजार रूपए मानदेय देने, रिक्त पदों पर समायोजन की मांग को लेकर आंदोलन कर रही हैं। आंदोलन के तहत विधायकों, सांसदों, मंत्रियों को ज्ञापन दिया जा रहा था और अपने काम की जगहों पर प्रदर्शन किया जा रहा था।

अभी दस जुलाई को एनएचएम की मिशन निदेशक ने एएनएम संविदा संघ की प्रदेश संयोजक प्रेमलता पांडेय व अन्य पदाधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया था। बातचीत में संघ की मांगों के बारे में कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। अधिकतर मांगों के बारे में यही कहा गया कि राष्टीय स्वास्थ्य मिशन के प्रावधानों के अनुसार सुविधाएं दी जारी हैं। अन्य राज्यों में संविदा कर्मियों को मिल रहीं सुविधाओं का परीक्षण किए जाने के बाद ही कोई कार्यवाही की जाएगी।

संघ के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर 23 जुलाई को लखनऊ जाकर मुख्य सचिव से मिलने की योजना बनायी थी। इसके लिए संघ की प्रदेश संयोजक प्रेमलता पांडेय गुरूवार को लखनउ जाने वाली थीं लेकिन आज शाम को प्रेमलता पांडेय को एक अधिकारी ने बुलाया और उन्हें 23 तक घर में ही रहने और कहीं बाहर न जाने का निर्देश दिया। प्रेमलता पांडेय नेताजी सुभाष नगर में रहती हैं। देर शाम श्रीमती पांडेय के घर पर पांच पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई। एएनएम संघ की प्रदेश संयोजक प्रेमलता पांडेय ने बताया कि उन्हें और उनके पति के घर में नजरबंद कर दिया गया है।