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आकाशीय बिजली की घटनाओं की 4 घंटे पूर्व सूचना दिए जाने की प्रणाली पर काम कर रहा है राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण

गोरखपुर. उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण आकाशीय बिजली की घटनाओं की 4 घंटे पूर्व सूचना उपलब्ध कराये जाने की प्रणाली पर काम कर रहा है. इसके जरिये नागरिकों को बताया जा सकेगा कि एक किमी के बीच कहां पर आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है. इससे बचाव की कार्यवाही की जा सकेगी.

यह बातें प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ले0 जनरल रविन्द्र प्रताप शाही ने जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण कार्यालय में कही. श्री शाही ने कार्यालय का निरीक्षण करने के बाद अपर जिलाधिकारी (वि/रा)/मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेश कुमार सिंह, अपर उप जिलाधिकारी विनय पाण्डेय, जिला आपदा विशेषज्ञ गोरखपुर गौतम गुप्ता व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि विगत 5 माह में प्रदेश में 265 व्यक्तियों की मृत्यु आकाशीय विद्युत के कारण हुयी है. उन्होंने निर्देशित किया कि व्यापक रणनीति की तहत जनपद में विगत वर्षों में घटित आकाशीय विद्युत की घटनाओं के दृष्टिगत संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया जाय तथा उक्त क्षेत्रों में विशेष रूप से जनसमुदाय को बचाव संबंधी जानकारी उपलब्ध कराते हुये जागरूक किया जाय.

उन्होंने कहा कि विद्यालयों में विशेष रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायें. साथ ही वृक्षारोपण का कार्य, जिसमें मुख्य रूप से पीपल, आम आदि के वृक्ष लगायें जायें।
आपदा मित्रों की सुरक्षा हेतु सामूहिक दुर्घटना बीमा कराये जाने हेतु प्रस्ताव तत्काल शासन स्तर पर प्रेषित करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जो भी उपकरण आवश्यक हों, उनके क्रय करने हेतु बजट की मांग की जाय.

आपदा प्रबंध प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने तहसील सदर में स्थापित आटोमेटिक वेदर स्टेशन का निरीक्षण करते हुये, उसके कार्यप्रणाली के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की. उपाध्यक्ष ने तहसील-सदर के आपदा अनुभाग का भी निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान राजस्व निरीक्षक उमेश द्विवेदी द्वारा स्टोर में रखे गये बचाव उपकरणों तथा तहसील द्वारा पराली जलाये जाने वाली घटनाओं के संबंध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी और आपदा से प्रभावित व्यक्तियों को वितरित की जा रही राहत राशि संबंधी अभिलेख प्रस्तुत किया. उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया गया कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति को 24 घण्टे के अन्दर राहत राशि व सहायता उपलब्ध करायी जाय.

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