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केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संविदा एएनम की समस्याओं के समाधान के लिए मिशन निदेशक का पत्र लिखा

गोरखपुर। एएनएम संविदा संघ के ज्ञापन पर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अवर सचिव ने मिशन निदेशक, एनएचएम उत्तर प्रदेश को कार्यवाही करने के लिए पत्र लिखा है।

एएनएम संविदा संघ उत्तर प्रदेश की प्रदेश संयोजक प्रेमलता पांडेय ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर संविदा एएनएम की समस्याओं से अवगत कराया था और समाधान की मांग की थी।

इस पत्र में प्रेमलता पांडेय ने संविदा एएनएम को के लिए समान कार्य समान वेतनमान लागू करने, न्यूनतम वेतन 28000 मासिक करने, संविदा पर 5 साल सेवा कार्य करने वाली एएनएम को नियमित पदो की नियुक्ति मे वरीयता देने, तथा 50 प्रतिशत पद संविदा हेतू आरक्षित किये जाने, 50 लाख रूपये का बीमा कवर देने, चाईल्ड केयर लीव प्रदान करने, सीएचओ की भांति एएनएम को इन्सेंटिव देने, स्वास्थ्य सुविधा हेतू स्वास्थ्य कार्ड बनाने, संविदा एएनम की गृह जनपद में ही तैनाती करने की मांग उठायी थी। उन्होंने अपने पत्र की प्रति प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को भी भेजा था।

उनके पत्र पर स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के अवर सचिव राकेश कुमार आर्य ने मिशन निदेशक, एनएचएम उत्तर प्रदेश अपर्णा यू को लिखा है कि प्रेमलता पांडेय, प्रदेश संयोजक एएनएम संविदा संघ उत्तर प्रदेश के पत्र मे सम्बन्धित समस्याएं स्वतः स्पष्ट हैं। जन स्वास्थय एवं अस्पताल राज्य का विषय है, मानव संसाधन एवं कार्मिक से सम्बन्धित सभी मामले राज्य सरकार के अधीन आते हैं। समस्त समस्याओ का संज्ञान लेकर कार्यवाही करें। उन्होंने यह पत्र अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश को भी भेजा है।

एएनम संविदा संघ की संयोजक प्रेमलता पांडेय ने कहा कि संविदा एएनएम जान जोखिम में डालकर कार्य कर रही हैं। राज्य एवं केन्द्र सरकार के सम्मलित प्रयास से ही संविदा एएनएम की समस्याओं को सुलझाया जा सकता है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रदेश सरकार एएनएम की मदद करते हैं तो यह ऐतिहासिक कदम होगा। संविदाएएनएम अपने घर से 500 से 800 किलोमीटर दूर रहकर अल्पवेतन मे कार्य कर रही हैं।

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