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विधायक-सांसद एयरपोर्ट के नाम पर गांवों को उजाड़ने का सवाल उठायें-जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा

आजमगढ़। पिछले 53 दिनों से खिरिया बाग में धरना दे रहे जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा ने विधायकों-सांसदों से एयरपोर्ट के नाम पर आठ गांवों को उजाड़ने का सवाल को सदन में उठाने की अपील करते हुए चेतावनी दी है कि यदि वे ऐसा नहीं करेंगे तो उन्हें गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा.

धरने पर बैठे ग्रामीणों ने आज़मगढ़ से सांसद रहे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा कि आपका नैतिक दायित्व है कि आप हमारे सवाल को उठाएं क्योंकि एक समय में हमने आपको सांसद चुना था. इसके पहले मुलायम सिंह यादव को सांसद चुना था. आज जब मुलायम सिंह यादव नहीं रहे तो किसानों-मजदूरों की आवाज अखिलेश यादव सदन में उठाएं.

वक्ताओं ने कहा कि पूरे देश-प्रदेश के किसान नेताओं ने खिरिया बाग आंदोलन का समर्थन किया है ऐसे में विधायकों-सांसदों से अपील है कि दलीय सीमा से ऊपर उठकर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के नाम पर जमीन छीनने के सावल को सदन में उठाकर इसको हल कराएं. 53 दिनों से किसान-मजदूर अपना काम-धंधा, दिहाड़ी छोड़कर अपनी जमीन-मकान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है. स्थानीय गोपालपुर विधायक समेत आज़मगढ़ के सभी विधायकों से अपील है कि 5 दिसंबर से चलने वाले विधानसभा सत्र में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के नाम पर किसानों-मजदूरों की जमीन-मकान छीनने के सवाल को उठाएं.

जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के तहत गदनपुर हिच्छनपट्टी, जिगिना करमनपुर, जमुआ हरीराम, जमुआ जोलहा, हसनपुर, कादीपुर हरिकेश, जेहरा पिपरी, मंदुरी, बलदेव मंदुरी के ग्रामवासी 13 अक्टूबर 2022 से अनवरत खिरिया की बाग, जमुआ में धरने पर बैठे हैं. 52 दिनों से ‘ जमीन-मकान नहीं देंगे ‘, ‘ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मास्टर प्लान वापस लेने ‘, ‘ 12-13 अक्टूबर के दिन और रात में सर्वे के नाम पर एसडीएम सगड़ी और अन्य राजस्व व पुलिसकर्मियों के द्वारा महिलाओं-बुजुर्गों के साथ हुए उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं.

मोर्चा के संयोजक रामनयन यादव ने बताया कि धरने को किसान नेता दुखहरन राम, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, शिवकुमार यादव, राम राज, सृजनयोगी आदियोग, राधेश्याम, प्रेम, प्रवेश निषाद, गणेश ने संबोधित किया. धरने के संचालन रवींद्र यादव और अध्यक्षता महेंद्र राय ने की.

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