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अकीदत से मना हज़रत कंकड़ शाह का उर्स-ए-पाक

गोरखपुर। गोल्फ ग्राउण्ड निकट रेलवे म्यूजियम स्थित आस्ताने पर हज़रत कंकड़ शाह रहमतुल्लाह अलैह का 60वां उर्स-ए-पाक अदबो एहतराम के साथ मनाया गया। दो दिवसीय उर्स के प्रथम दिन बुधवार को भोर में मजार शरीफ का गुस्ल हुआ। फज्र की नमाज के बाद कुरआन ख्वानी हुई।

सरकारी चादर का जुलूस बिछिया रेलवे कालोनी से आस्ताने पर पहुंचा। मजार पर चादरपोशी की गई। कुल शरीफ की रस्म सलातो सलाम के बीच अदा की गई। इसके बाद मुल्क में अमनो शांति, एकता व भाईचारे की दुआ मांगी गई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया। एशा की नमाज़ के बाद जलसा-ए-ईद मिलादुन्नबी हुआ। जिसमें उलेमा-ए-किराम ने पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम, अहले बैत, सहाबा व औलिया किराम की शान बयान की। नात-ए-पाक पेश की गई।

अकीदतमंदों ने उर्स-ए-पाक में शामिल होकर हज़रत कंकड़ शाह रहमतुल्लाह अलैह की बारगाह में अकीदत का नज़राना पेश किया। फातिहा ख्वानी व चादर पेश करने वालों का तांता लगा रहा। आस्ताना व मस्जिद हज़रत बिलाल रंगबिरंगी लाइटों से सज़ी नज़र आई। उर्स के दूसरे दिन गुरुवार को एशा की नमाज़ के बाद कव्वाली का मुकाबला होगा।