अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर खेती में अभिनव प्रयोग करने वाली महिला किसान छोहारी देवी सम्मानित

गोरखपुर. अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गोरखपुर एनवायरन्मेन्टल एक्शन ग्रुप द्वारा आज सम्मान समारोह का आयोजन होटल विवेक में किया गया जिसमें राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने महिला किसान छोहारी देवी को प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया।

इस मौके पर अंजू चौधरी ने कहा कि छोहारी देवी महिलाओं के लिए एक रोल माडल हैं। इन्होनें पर्यावरण संरक्षण के लिए बहुत अच्छा कार्य किया है और खुशी की बात है कि उनके इस कार्य की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी है। अभी पिछले महीने अर्थ डे नेटवर्क ने श्रीमती छोहारी देवी को राष्ट्रीय स्तर पर अर्थ डे स्टार घोषित किया है।

डा0 शीराज वजीह अध्यक्ष गोरखपुर एनवायरन्मेन्टल एक्शन ग्रुप ने कहा कि छोहारी देवी महिला किसानों के बीच एक रोल माडल बनी है. इन्होनें अपने साथ और भी महिलाओं को जोड़ कर जैविक विधि से खेती को बढ़ावा दे रही है।

श्रीमती छोहारी देवी (52) प्रगतिशील महिला किसान हैं, जो गोरखपुर के जंगल कौड़िया ब्लाक में स्थित पचगांवा गांव की हैं। मुख्यतः खेती पर आधारित आजीविका से जीवन निर्वहन करने वाली छोहारी देवी के पास पुश्तैनी जमीन मात्र 2 बीघा है, जो बाढ़ एवं जल-जमाव वाले क्षेत्र में है। अपने 9 सदस्यीय परिवार का भरण-पोषण करने हेतु उनको कठिन परिश्रम करना पड़ता था। उन्होंने बहुत संघर्ष करके गांव के प्रधान से अपने नाम 1.5 बीघा खेत पट्टा कराया और उस पर स्वयं खेती करने लगीं। अपने 1.5 बीघा खेत में ये वर्ष में 20-25 प्रकार की फसलें उगाती हैं और बुवाई हेतु बीज से लेकर विपणन तक के सभी कार्यों को करने के लिए पूर्ण निर्णय यही लेती हैं।

छोहारी देवी गांव में गठित जय मां लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह की सक्रिय सदस्य हैं और संस्था से संचालित हल्दी प्रसंस्करण इकाई में सचिव हैं। इसके साथ ही पचगांवा में स्थित कृषि सेवा केन्द्र की संचालक भी हैं। अपने कृषि सेवा केन्द्र के माध्यम से अपने गांव सहित आस-पास के तीन गांवो में 400-500 किसानों को बीज, खाद, नीम की खली, कीटनाशक एवं कृषि के छोटे-छोटे यंत्र सम्बन्धी सेवाएं प्रदान कर रही हैं। इन्होंने समूह की आयजनक गतिविधियों के माध्यम से लगभग 24 परिवारों को आजीविका प्रदान की है।

छोहारी देवी आज गांव में गरीब महिलाओं के लिए खेती और स्वरोजगार दोनों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उनके नेतृत्व में गांव एवं गांव के आस-पास के गांवों की महिलाएं संगठित होकर अपनी समस्याओं के लिए आवाज उठा रही हैं।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से एस0के0अग्रवाल, ए0के0जायसवाल, डा0 मुमताज खान, निवेदिता, अजय सिंह, बिजय सिंह, विजय पाण्डेय, अर्चना श्रीवास्तव, रामसूरत, जितेन्द्र द्विवेदी, अमरजीत आदि उपस्थित थे।