कैम्पियरगंज , 19 अगस्त. क्षेत्र के रोहिन नदी के बाढ़ के पानी से एक दर्जन गाँवो में कोहराम मचा हुआ है। शुक्रवार को रोहिन नदी के मछलीगाव अलगटपुर तटबंध पर 18 अगस्त की सुबह 5 बजे हुए कटान से समीप के गांव में बाढ़ का पानी घुस गया । पुलिस और पीएसी बचाव दल ने लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुचाया गया। बंधे पर 50 परिवार के लोग शरण लिए है। बंधे पर शरण लिए बाढ़ पीड़ित भूख प्यास से परेशान है ।
कैम्पियरगंज क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है. एक तरफ रोहिन नदी के तटबंध एक के बाद एक टूटते जा रहे हैं तो दूसरी ओर राप्ती के उफान से पनघटिया बांध में दर्जनों स्थानों पर रिसाव से ग्रामीण दहशत में हैं। महराजगंज जिले से सरुआताल में आ रहा बाढ़ का पानी राप्ती नदी के समीपवर्ती दर्जनों गांवों में घुस गया है ।गाँवो के आवगमन के रास्ते बाढ़ के पानी से अवरुद्ध हो गए हैं ।
शुक्रवार को प्रातः 5बजे अलगटपुर गांव के समीप तटबंध कट गया ।अलगटपुर खास सोनाटिकर,गुलरिहा, गिद्धा,मोहनाग,रेहरवा गाँवो में बाढ़ का पानी तेजी से घुसने लगा । तटबंध कटने की जानकारी पर ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई । ग्रामप्रधान पूनम देवी के प्रतिनिधि सुनील कुमार ने पुलिस समेत तहसील प्रशासन को सूचित कर दिया ।
मौके पर पुलिस ने मछलीगाव में कैम्प कर रहे पीएसी के जवानों को बुलाया। पीएसी कम्पनी आजमगढ़ के अहसन मुहम्मद शाकिर, अमरनाथ, आनन्द कुमार, उदयभान, रामनिवास ने गांव में फंसे सौ से अधिक लोगों को बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। मौके पर पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष कुमार भी मौके पर पहुंच कर वचाव कार्य काम जायजा लिया।
बाढ़ के पानी से गाँवो में पुराने खपरैल मकान, कच्चे मकान व झोपडी के आवास गिर रहे हैं. बंधे पर शरण लिये लोग खुले आसमान के नीचे रहने के साथ भूख प्यास से बिलबिला रहे हैं। और पशुओं के चारे की चिंता सता रही है। प्रशासन की व्यवस्था नाकाफी है। अभी तक सिर्फ कुछ प्लास्टिक मिल पाया है।