यूपी विधानसभा चुनाव 2017

भाजपा की नई रणनीति-बसपा पर साइलेंट, सपा-कांग्रेस पर हमला तेज

अमित शाह ने जनसभाओं और पत्रकार वार्ता में बसपा का नाम लेने से परहेज किया
पूर्वांचल राज्य पर बोले -इस मुद्दे पर पार्टी में विचार नहीं हुआ है
गोरखपुर, 19 फरवरी। पूर्वी उप्र में चुनाव दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ने बसपा पर चुप्पी बनाए रखी लेकिन सपा-कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने 17 फरवरी को सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और बस्ती जिले में चार चुनावी सभाओं और 18 फरवरी की सुबह गोरखपुर में पत्रकार वार्ता में बसपा पर एक भी शब्द खर्च नहीं किया और पूरा समय अखिलेश सरकार, सपा-कांग्रेस गठबंधन और अखिलेश-राहुल पर तीखे हमले किए।
अमित शाह के इस रूख से भाजपा की दो चरण के चुनाव के बाद बदली रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। एक तरफ भाजपा के शीर्ष नेता बंद कमरों में बातचीत में बसपा को बड़ा खतरा बता रहे लेकिन चुनावी जनसभाओं में जोर गठबंधन पर हमले करने और ध्रुवीकरण के मुद्दों को उठाने में है। खुद अमित शाह ने कहा कि दो चरण के बाद सीट वाइज़ कहीं सपा तो कहीं बसपा से भाजपा का मुक़ाबला है, फिर भी बसपा की चर्चा से बचना भाजपा की नई रणनीति है।

शनिवार को गोरखपुर में पत्रकार वार्ता में अमित शाह ने दावा किया कि दो चरण के चुनाव के बाद भाजपा के पक्ष में चल रही लहर सुनामी हो गई है। उन्होंने कहा-जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है लग रहा कि भाजपा की सुनामी आने वाली है और हर क्षेत्र में भाजपा तगड़ी बढ़त लिए हुए है। इसके बाद उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर हमला बोला। उन्होंने कहा यह गठबंधन न विचारधारा का है न सिद्धान्त का है। यह दो दलों का भी गठबंधन नहीं है। यह अपपित्र प्रकार का गठबंधन है और दो भ्रष्टाचारी कुनबों का गठन है। इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था, विकास के मुद्दों पर अखिलेश सरकार को घेरा और कहा कि अखिलेश सरकार का विकास कास्मेटिक है। उन्होंने कहा कि मेटो टेन अभी चली नहीं और एक्सप्रेस वे अभी अधूरा है लेकिन उद्घाटन कर जनता के आंख में धूल झोंकना चाहते हंै। उन्होंने अखिलेश सरकार पर सड़क निर्माण, मेटो निर्माण, खनन में घोटाला का आरोप लगाया और मंत्री गायत्री प्रजापति पर रेप का मामला दर्ज करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश और एक विधायक पर रेप व हत्या के केस का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव से जवाब मांगा।
इसके बाद उन्होंने भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र, मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों को गिनाया। इसमें अधिकतर वही बातें थीं जो वह अपनी जनसभाओं में कहते रहे हैं।
पत्रकारों ने उनसे भाजपा में परिवारवाद, एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं देने, यूपी में शिवसेना द्वारा भाजपा का विरोध व चुनाव लड़ने सहित तीन तलाक, बुनकरों की समस्या, मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा नहीं देने, इंसेफेलाइटिस, पूर्वांचल राज्य के बारे में सवाल किया।
परिवारवाद के बारे में उनका कहना था कि -कांग्रेस व सपा में जन्मना अध्यक्ष तय हो जाता है, मुख्यमंत्री हो जाता है। हमारे यहां ऐसा नहीं होता। 15-20 वर्ष कार्य करने के बाद किसी को विधायक का टिकट मिल जाता है तो वह परिवारवाद नहीं है।
दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल कर टिकट देने के सवाल पर उनका जवाब था कि मेरी पार्टी और मेरे नेतृत्व में आस्था व्यक्त करते हुए चुनाव पूर्व कोई पार्टी में शामिल होता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। पार्टी में बगावत के बारे में कहा कि भाजपा की जीत की संभावना को देखते हुए हर सीट पर चुनाव लड़ने वालों की संख्या अधिक थी लेकिन असंतोष दूर हुआ है। तीन उम्मीदवार आज नामांकन वापस ले रहे हैं। पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी।

शिवसेना के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि वह 2012 में भी चुनाव लड़े थे। क्या हुआ, आंकड़े देख लीजिए।
एक भी मुसलमान को टिकट नहीं देने के सवाल पर उनका जवाब था भाजपा मतदाताओं और प्रत्याशियों के हिन्दू मुस्लिम नजरिए से नहीं देखती थी। सपा बसपा ने जरूरत से ज्यादा दे दिया है। आप यूपी की चिंता मत करिए, प्रतिनिधित्व हो जाएगा।
वोटों का ध्रुवीकरण करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तीन तलाक के मुद्दे पर कहा कि मुस्लिम महिलाओं को हक दिलाने के लिए तीन तलाक को खत्म करने का वक्त आ चुका है। हमने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष भी रख दिया है। उन्होंने स्लाटर हाउस को आंतिरक कत्ल खाना व वहां काम करने वालों को गुंडों से मुखातिब करते हुए कहा कि पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में इस बिंदु को शमिल किया है। बुनकारों की दुर्दशा से सबंधित सवाल के जवाब मेें अमित शाह ने कहा कि हर जिले में कुछ न कुछ खास तरह से उद्योग हैं जिनको बचाने और तरक्की देने के लिए सरकार गंभीर हैं।
भाजपा के मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर कहा कि चुनाव के बाद चुने हुये नेताओं और पार्लियामेंट्री बोर्ड इसका फैसला लेगा। पूर्वांचल राज्य के सवाल पर कहा कि पार्टी में इस पर कोई निर्णय नहीं है। इस परि विचार भी नहीं हुआ है।
इंसेफेलाइटिस से हो रही नौनिहालों की मौत पर कहा कि हमारी सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। एम्स बन जाने से रोकथाम होगी।

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