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क्या इस बार भी 28 करोड़ नारायणी के पानी में डूब जाएगा !

नारायणी नदी पर सुरक्षा के लिहाज से बनाये गये अन्तर्राष्ट्रीय तटबंधो की सुरक्षा भगवान भरोसे 

बंधों के मरम्मत का कार्य अभी तक शुरू नहीं 

रवि सिंह

महाराजगंज , 20 जून। नेपाल की पहाडियों से निकलने वाली नारायणी नदी पर सुरक्षा के लिहाज से बनाये गये अन्तर्राष्ट्रीय तटबंधो की सुरक्षा इस वर्ष भगवान भरोसे है।मरम्मत व सुरक्षा की गरज से स्वीकृत करोडों की परियोजनाओं का अब तक श्रीगणेश न होने से लोग चिंतित है।इधर जस जस बरसात बढती जा रही है नदी का जलस्तर भी चढता जा रहा ऐसे में डैमेज ठोकरों पर बढते नदी के दबाव के बीच बंधों के सुरक्षा व तबाही की आशंका से सशंकित नेपाली ग्रामीणों में आक्रोश भी बढता जा रहा है।

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नेपाल स्थित अन्तर्राष्ट्रीय तटबंध ए गैप बी गैप लिंक बांध व नेपाल बांध की सुरक्षा व देखरेख करने वाला जिले का सिचाई खण्ड दो इस वर्ष बंधो की सुरक्षा व रख रखाव को लेकर बी गैप पर 5 व नेपाल बांध पर 4 परियोजनाओं सहित कुल 9 परियोजना तैयार कर जीएफसीसी पटना को भेजा था। करीब 28 करोड 95 लाख की लागत वाली इन परियजनाओं को गंगा फ्लड कंट्रोल कमेटी ने मंजुरी दी।जिसके बाद अप्रैल में ही विभाग ने परियोजनाओं का टेण्डर भी कर दिया।लेकिन टेण्डर के महीनों बाद भी अनुबंध न हो से बंधों के मरम्मत कार्य अब तक शुरु नही हो सका है।इधर जून बीतने को है और बरसात भी शुरू हो गयी है। जिससे नदी के जलस्तर में लगातार उतार चढाव बना हुआ है।

 

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बीते दिनों नदी का जलस्तर एक लाख नौ हजार क्यूसेक पहुंच गया था। जिसके बाद विभागीय अफ्सरों के हाथ पांव फुलने लगे थे।नदी के जलस्तर के उतार चढाव के बीच बंधों पर मरम्मत व पुनर्स्थापना का कार्य करा पाना अब मुश्किल होता जा रहा है।इधर बंधों की हालत पहले से ही काफी खस्ता और जर्जर है।बी गैप के डेंजर जोन ठोकर संख्या बारह के साथ साथ अब 13 नम्बर ठोकर पर भी नदी का दबाव बढने लगा है। बीते वर्ष ठोकर संख्या 13 के मरम्मत की जो परियोजनाये स्वीकृत हुई थी उनका आधा अधुरा काम करा कर जेई व ठेकेदार काम से अधिक का रनिंग पेमेंट ले रफुचक्कर हो गये।खतरा यही नही टलता ठोकर संख्या 15 के बाद नेपाल बांध के ठोकर संख्या 3 व 5 पर भी बीते वर्ष की परियोजनाओं की अधुरी कहानी बंधो की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे है।इस संबध में एक्सीएन बीपी यादव का कहना है कि परियोजनाओं का कार्य अनुबंध के अभाव में नही हो पा रहा है। जल्द ही अनुबंध की प्रक्रिया पुरी करा कार्य शुरु कराया जायेगा।⁠⁠⁠⁠

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