जनपद

हजरत बाबा तबारक खां शहीद अलैहिर्रहमां का दो दिवसीय उर्स-ए-मुबारक शुरू

 

आज कुल शरीफ व पेश होगी सरकारी चादर

गोरखपुर, 27 दिसम्बर । प्रेमचंद पार्क  रोड बेतियाहाता स्थित दरगाह पर हजरत बाबा तबारक खां शहीद अलैहिर्रहमां का दो दिवसीय उर्स-ए-मुबारक सोमवार को जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी  कार्यक्रम के साथ शुरु हुआ।

मुख्य वक्ता जामा मस्जिद सुभानिया तकिया कवलदह के इमाम मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने कहा कि नबी हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहौ अलैही वसल्लम ने ईसाईयों, यहूदियों सहित तमाम मजहबों वालों के साथ बेहतरीन सुलूक किया। उसी का नतीजा है कि आज सारी दुनिया में इस्लाम का परचम बुलंद हैं। ईद मिलादुन्नबी की महफिल सजाना नबी हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहौ अलैही वसल्लम से मुहब्बत की दलील है और शरीयत की नजर में महबूब भी है। हमारे बुजुर्गों से इसका साक्ष्य भी मिलता है। विश्व शंति के लिए नबी हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहौ अलैही वसल्लम की तालीम को हर इंसान तक पहुंचाना जरुरी हैं। नबी-ए-पाक के साथी साहाबा, तबे ताबईन, औलिया, उलेमा ने आपके नक्शेकदम पर चलकर इंसानों को हक की राह दिखायी।

हजरत मुबारक खां शहीद दरगाह मस्जिद के इमाम मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही ने कहा कि नबी-हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहौ अलैही वसल्लम की तालीम को खुद अपनायें दूसरों तक पहुचायें। बुराई से बचने का प्रण लें। नबी-ए-पाक इंसानों की रहनुमाई के लिए भेजे गये। इसलिए खुदा ने हमें बेहतरीन उम्मत के खिताब से नवाजा। हमें चाहिए की हम उनकी बतायी तालीम पर अमल करें।   कार्यक्रम का आगाज तिलावत कलाम पाक से कारी शराफत हुसैन कादरी ने किया। नात शरीफ रईस अनवर ने पढ़ी। इस दौरान हमीदुल्लाह बुखारी, सेराज राईन, हकीकुल हसन, रमजान अली, अख्तर अली, अनवर अली, ईनामुल्लाह, रफीउल्लाह, रिजवानुल्लाह, उस्मान आदि मौजूद रहे।

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