समाचार

बकाया 63 लाख न मिलने पर कम्पनी ने बीआरडी मेडिकल कालेज में आक्सीजन की सप्लाई रोकी

मेडिकल कालेज में आज रात तक का ही है लिक्विड आक्सीजन का स्टाक

गोरखपुर, 10 अगस्त। बीआरडी मेडिकल कालेज में आक्सीजन सप्लाई का संकट खड़ा हो गया है। लिक्विड आक्सीजन की सप्पलाई करने वाली कम्पनी ने बकाया 63 लाख रूपए न मिलने पर आक्सीजन की सप्लाई रोक दी है। बीआरडी मेडिकल कालेज में लिक्विड आक्सीजन का स्टाक आज रात तक का ही है। यदि आक्सीजन सप्लाई ठप हुई तो सैकड़ों मरीजों की जान पर खतरा आ जाएगा।
बीआरडी मेडिकल कालेज के सेन्टल आक्सीजन पाइन लाइन आपरेटरों ने आज ही मेडिकल कालेज के प्राचार्य, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, एनएचएम के नोडल अधिकारी को पत्र लिखकर इस बावत जानकारी दे दी है।
इस पत्र में कहा गया है कि लिक्विड आक्सीजन सप्लाई करने वाली कम्पनी पुष्पा सेल्स कम्पनी से आक्सीजन सप्लाई के बारे में कहा गया तो उन्होंने पिछला भुगतान किए जाने का हवाला देते हुए आक्सीजन की सप्लाई करने से मना कर दिया है। इस पत्र में कहा गया है कि आज सुबह 11 बजे तक लिक्विड आक्सीजन की रीडिंग 900 है जिससे आज रात तक ही आक्सीजन सप्लाई हो पाएगा।
पुष्पा सेल्स कम्पनी ने मेडिकल कालेज में लिक्विड आक्सीजन का प्लांट स्थापित किया है जिससे मेडिकल कालेज से सम्बद्ध नेहरू चिकित्सालय में आक्सीजन सप्लाई की जाती है जिससे टामा सेंटर, वार्ड नम्बर 100, 12, 10, 14 व अन्य वार्डों में भर्ती मरीजों को आक्सीजन दी जाती है। इसमें तीन ऐसे वार्ड हैं जिसमें इंसेफेलाइटिस के मरीज भर्ती होते हैं.
पुष्पा सेल्स कम्पनी ने एक अगस्त को बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य को पत्र लिखकर कहा था कि मेडिकल कालेज पर 63.65 लाख बकाया है जिसका भुगतान बार-बार पत्र लिखने के बाद भी नहीं हो रहा है। यदि भुगतान नहीं हुआ तो आक्सीजन सप्लाई में बाधा आ सकती है।
इस पत्र के बाद भी पुष्पा सेल्स कम्पनी को भुगतान नहीं हो पाया। इसलिए कम्पनी ने आक्सीजन की सप्लाई रोक दी है जिससे आक्सीजन का संकट खड़ा हो गया है।

Related posts