गोरखपुर, 11 जून। बदमाशों की गोली से घायल डा. कफील अहमद खान के छोटे भाई काशिफ जमील का कल देर रात डाॅक्टरों ने आपरेशन किया। स्टार हॉस्पिटल में न्यूरो सर्जन ने आपरेशन कर काशिफ के गले में फंसी गोली निकाल ली।
आपरेशन के बाद काशिफ आईसीयू में हैं। उन्हें 48 घंटे तक आईसीयू में रखकर चिकित्सकों द्वारा गहन निगरानी की जाएगी।
काशिफ जमील को रात 10.30 बजे स्कूटी सवार दो बदमाशों ने गोरखनाथ ओवरब्रिज के पास स्थित जेपी हास्पिटल की गली में गोली मार दी थी। काशिफ को तीन गोली मारी गई। एक उनके गर्दन में धंसी जबकि एक कंधे में लगी। एक गोली गले से आर-पार हो गई। गले में लगी गोली के बारूद के कण शरीर में मौजूद हैं जिन्हें हटाने का कार्य मरीज की स्थिति स्थिर होने के बाद किया जाएगा।
जानकारों ने अनुसार हमलावरों ने अचूक निशाना लगाया था। यह संयोग ही था कि काशिफ बच गए। गले में लगी गोली थोडी तिरछे होकर लगी नहीं तो यह गोली उनकी जान ले सकती थी। काशिफ ने तीन गोली लगने के बावजूद अत्यंत साहस का परिचय दिया और पुलिस व अपने भाई को घटना की जानकारी देने के बाद आटो से स्टार हॉस्पिटल पहुंच गए।
काशिफ के भाई डा. कफील ने बताया कि आपरेशन सफल रहा है। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि मुख्यमंत्री के शहर में मौजूद हैं। गोरखनाथ से महज 500 मीटर की दूरी पर बदमाशा बेखौफ उनके भाई पर गोलियां चलाते हैं और भाग निकलते हैं। इससे कानून व्यवस्था की स्थिति का पता चलता है।