Tag : गीत

साहित्य - संस्कृति

अब तो बहुत दूर निकल आया हूं खुदी की राह में तन्हा ही..

( कवि,  पत्रकार अरुण गोरखपुरी की स्मृति में उनकी कुछ कवितायें व गीत) तुममें भोर, भोर में तुमको, देख सकूं तो अच्छा है जीवन को...