Tag : मदन मोहन

साहित्य - संस्कृति

गहरा राजनीतिक उपन्यास है ‘ आहत नाद ’

गोरखपुर। जन संस्कृति मंच की गोरखपुर इकाई द्वारा 30 अप्रैल की शाम गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब में वरिष्ठ कथाकार मदन मोहन के उपन्यास ‘आहत नाद...
समाचार

मदन मोहन के उपन्यास “आहत नाद ” का लोकार्पण 30 को

गोरखपुर। जन संस्कृति मंच की गोरखपुर इकाई द्वारा वरिष्ठ कथाकार मदन मोहन के उपन्यास ” आहत नाद ” का लोकार्पण और उस पर संवाद का...
साहित्य - संस्कृति

रचनाओं का पाठ कर हरिशंकर परसाई को याद किया

गोरखपुर. प्रसिद्ध व्यंग्य लेखक हरिशंकर परसाई की पुण्य तिथि पर 10 अगस्त को गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब में स्मृति सभा आयोजित की गई। यह आयोजन...
विचार

मार्क्स का चिंतन सिर्फ आर्थिक नहीं सम्पूर्ण मनुष्यता का चिंतन है: रामजी राय

गोरखपुर। मार्क्स ने मुनष्य को एक समुच्चय में नहीं एक सम्पूर्ण इकाई के रूप में समझा और कहा कि वह एक ही समय में आर्थिक,...
समाचारसाहित्य - संस्कृति

केदारनाथ सिंह के काव्य वैशिष्टय का अनुकरण नहीं किया जा सकता: प्रो विश्वनाथ प्रसाद तिवारी

साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों, संस्कृतिकर्मियों ने प्रख्यात कवि केदारनाथ सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गोरखपुर, 21 मार्च। प्रेमचन्द पार्क में आज दोपहर बड़ी संख्या में जुटे साहित्यकारों,...
साहित्य - संस्कृति

भारतीय किसान की मृत्यु का शोकगीत है ‘ गोदान ’ -प्रो गोपाल प्रधान

प्रेमचन्द जयंती पर ‘ प्रेमचन्द और किसान ’ पर व्याख्यान अलख कला समूह ने ‘ गुल्ली डंडा ’ का मंचन किया गोरखपुर, 31 जुलाई। प्रेमचन्द...
समाचारसाहित्य - संस्कृति

मनुष्य को सम्पूर्ण रूप में जीते हुए देखने की लालसा रखने वाले कथाकार हैं रवि राय-प्रो रामदेव शुक्ल

कथाकार रवि राय के कहानी संग्रह बजरंग अली का लोकार्पण और उस पर बातचीत विमर्शो का शोर नहीं, जीवन, समाज और उसकी सहज स्वभाविक मानवीय...
साहित्य - संस्कृति

वरिष्ठ कथाकार मदन मोहन को प्रेमचंद स्मृति कथा साहित्य सम्मान

उपन्यास ‘ जहाँ एक जंगल था ’ पर दिया गया यह सम्मान बांदा की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था ‘ शबरी ’ देती है यह सम्मान  गोरखपुर,...