ठूठीबारी (महराजगंज), 23 जुलाई। झरही नदी के बाद चन्दन नदी में भी बाढ़ आ गई है। चन्दन नदी का पानी से ठूठीबारी क्षेत्र के बकुलडीहा के नदी टोला गाँव में घुस गया है। गाँव में पानी आने से ग्रामीण घर मे रखे सामान को सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगे।उधर झरही नदी की बाढ़ से ठूठीबारी -नौतनवा मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है। बाढ़ में डूबने से दो किशोरों कि मौत हो गई है।
बकुलडीहा के नदी टोला गाँव के ग्रामीणो का कहना है कि बाढ से बचाव के लिए सरकार द्वारा नदी में ठोकर लगाने के लिए बजट आया था लेकिन घटिया सामग्री से बनाया गया ठोकर बाढ का पहला वर ही नही झेल पाया। पानी का तेज बहाव ठोकर को बहा ले गया और बाढ का पानी गाँव आ गया। ग्राम प्रधान बेचू चौहान,किशोर,इसरावती,उग्रसेन,मोती आदि लोगो ने बाढ से बचाव की माग की।
भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में बाढ़ कि स्थिति देखने के लिए कमिश्नर गुरू प्रसाद, डीआईजी शिवसागर सिंह,डीएम विरेन्द्र कुमार सिंह,एसपी भारत सिंह ने आज दोपहर ठूठीबारी होते हुए बरगदवा स्थित महाव नाला का निरिक्षण किया। इस दौरान अधिकारियो ने मातहतो को बाढ से प्रभावित गावों पर नजर बनाये रखने का निर्देश दिया।
बाढ दो किशोर डूबे
बाढ के पानी मे नहाते समय एक बालक गहरे पानी मे चला गया जिससे डूबने से उसकी मौत हो गयी।ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सभा कडजा निवासी कयुम अली का 16वर्षीय पुत्र फिरोज शनिवार के दोपहर अपने साथियो के साथ आये बाढ के पानी मे नहाने चला गया देखते ही देखते फिरोज गहरे पानी मे डूबने लगा यह देख साथियो ने शोर मचाया कुछ देर के बाद कडजा गाव के लोगो की भीड़ घटना स्थल पर जुट गयी काफी खोजबीन के बाद बालक का शव गहरे गड्ढे मे मिला। इसी तरह एक अन्य घटना में ठूठीबारी से राजाबारी को जोड़ने वाला झरही पुल पर नेपाल के हरपूर निवासी पूर्व प्रधान स्व विनोद पाण्डेय का के पुत्र नितेश पांडेय(17 ) शनिवार की शांम 5:30 बजे झरही नदी पर बने पुल से कूद गया। वह मानसिक रूप से अस्वस्थ था। पानी के तेज बहाव में वह बहते चला गया। काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चल सका।
बाढ के पानी के साथ घर मे घुसा मगरमच्छ
शुक्रवार की रात बाढ के पानी के साथ एक मगरमच्छ एक व्यक्ति के घर मे घुस गया जिससे कुछ समय के लिए अफरा तफरी मच गया।ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के राजाबारी के कुटी टोला मे रात करीब 11 बजे बाढ के पानी के साथ अलाउद्दीन के घर मे एक मगरमच्छ घूस गया। लोगों ने मगरमच्छ को देख शोर मचाया तो मौके पर काफी लोग एकत्र हो गए। कोतवाली पुलिस ने मगरमच्छ को सुरक्षित नदी के तरफ छोड़वा दिया।