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प्रधानमंत्री जवाब दें ! दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले कब रुकेंगे : मो. सलीम

उना में दलितों पर हमले के खिलाफ अखिल भारतीय ग्रामीण खेत मजदूर सभा ने दिया धरना
गोरखपुर, 21 जुलाई। भाकपा माले की सेन्ट्रल कमेटी के सदस्य मो. सलीम ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जवाब देना चाहिए कि दादरी से लेकर गुजरात तक दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले कब रूकेंगें।
मो. सलीम आज पार्टी के जन संगठन अखिल भारतीय ग्रामीण खेत मजदूर सभा द्वारा गुजरात के उना में दलितों पर हमले के खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय पर आयोजित धरना और सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष द्वारा बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती पर की गई अपमानजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए भाजपा नेता को तत्काल गिरफतार कर जेल भेजने की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही पूरे देश में दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं। हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय सरकार में बैठे लोगों द्वारा समर्थन किए जाने से ऐसे ताकतों का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने काश्मीर के हालात की चर्चा करते हुए कहा कि वहां सुरक्षा बलों की फायरिंग से 170 लोगों की आंख की रोशनी चली गई और 42 लोगों को जान गंवानी पड़ी। संघी ताकतें काश्मीर तो चाहती हैं लेकिन काश्मीर को लेोगों को नहीं चाहती। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसी सख्ती जाट आरक्षण के दौरान हिंसा करने वाले लोगों पर क्यों नहीं हुई ? माले नेता ने केन्द्र सरकार पर देश की आर्थिक स्थिति के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास दर को बढ़ाचढा कर बताया गया है। प्रधानमंत्री द्वारा लागू की गई सभी योजनाओं का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा क्योंकि ये योजनाएं अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए बनायी गई हैं। उन्होंने उद्योगपति गौतम अडानी के द्वारा कालाबाजारी करने से दाल का दाम बढ़ने का आरोप लगाया।
सभा को भाकपा माले के जिला सचिव राजेश साहनी, एपवा नेता जगदम्बा देवी, मनोरमा देवी, श्यामाचरण, श्याम मिलन एडवोकेट, इंकलाबी नौजवान सभा के राकेश सिंह, बजरंगी निषाद आदि ने भी सम्बोधित किया।

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