28 जुलाई तक दिया गया समय
चार वर्ष से बंद चीनी मिल पर दो दशक से बकाया है गन्ना मूल्य
गोरखपुर, 7 जुलाई। गन्ना मूल्य के 66.73 करोड़ की वसूली के लिए सरैया चीनी मिल और उसकी जमीन की कुर्की की नोटिस जारी की गई है। चीनी मिल प्रबंधन को इसके लिए 28 जुलाई तक का समय दिया गया है। इसके बाद चीनी मिल की सम्पत्ति को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सरैया चीनी मिल पर गन्ना मूल्य मय व्याज सहित 66.73 करोड़ रूपया बकाया है। इसके अलावा चीनी मिल कर्मचारियों का वेतन आदि का करीब 10 करोड़ रूपया बकाया है जिसके भुगतान के लिए वे कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। चीनी मिल पर गन्ना मूल्य करीब दो दशक से बकाया है। कुल बकाए में से करीब 20 करोड़ वर्ष 1996-97 के सत्र का है। यह चीनी मिल वर्ष 2012 से बंद है।
अभी हाल में सरैया चीनी मिल पर गन्ना मूल्य बकाए का सवाल विधानसभा में उठा था। इसके बाद सरकार हरकत में आई और गन्ना आयुक्त ने चीनी मिल के बकाए की वसूली के लिए 66 करोड़ 73 लाख 56 हजार रूपए की आरसी जारी की। आरसी जारी होने के बाद एसडीएम चैरीचैरा ने 28 जून को चीनी मिल पर कुर्की की नोटिस चस्पा की। नोटिस में एक महीने में यह रकम जमा नहीं करने पर चीनी मिल और उसकी 21.37 हेक्टेयर भूमि को नीलाम करने की बात कही गई है।
सरैया चीनी मिल का प्रबंधन पंजाब के ताकतवर राजनीतिक मजीठिया परिवार के पास है। राजनीतिक रसूख के कारण वह लम्बे समय से किसानों का गन्ना मूल्य और कर्मचारियों का वेतन देने से बचते आ रहे हैं। इसके पहले भी एक बार आरसी जारी हुई थी जिसके खिलाफ प्रबंधन हाईकोर्ट चला गया और उसे स्टे मिल गया।
चीनी मिल में स्थायी और सीजनल कर्मचारियों की संख्या 200 के करीब हैं। इनमें तीन दर्जन कर्मचारी वेतन व अन्य मदों के भुगतान के लिए हाईकोर्ट गए थे। हाईकोर्ट के आदेश पर करीब 45 लाख रूपए का भुगतान हुआ था लेकिन अभी भी करीब 10 करोड़ का बकाया है।