मंच के सदस्यों ने सैर सपाटा करने वाले लोगों को जैव विविधता के बारे में बताया
भुट्टा व फास्ट फूड की ब्रिकी करने वालोन को डस्टबिन के प्रयोग के लिए प्रेरित किया
गोरखपुर , 14 अगस्त। आज महानगर पर्यावरण मंच के सदस्यों ने रामगढ़ ताल को प्रदूषित न करने और इसके आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर एक जागरूकता अभियान की शुरूआत की । अभियान के माध्यम से रामगढ़ ताल स्थिति बोटिग प्वाइन्ट से लेकर नव निमिर्त लेक व्यू प्वाइन्ट तक आने वाले पर्याटकों और सैर सपाटा करने वाले आम नागरिकों तथा विशेष रूप से युवकों को ताल की जैव विविधता और पारिस्थितिकी संतुलन के सम्बन्ध में महानगर पर्यावरण के सदस्यों ने जागरूक किया। मंच के सदस्यों ने आसपास के बड़ी संख्या में भुट्टा व फास्ट फूड की ब्रिकी करने वाले लोगों से डस्टबिन के प्रयोग के लिए प्रेरित किया तथा लोगों से साफ सफाई करने की अपील की।
मंच के सदस्यों ने इस सम्बन्ध में भ्रमण करते समय यह पाया कि ताल के किनारे खुले क्षेत्र में बड़ी मात्रा में खाली पानी के बोतल, पालीथिन की थैलियां, विभिन्न खाद्य पद्राथों के खाली प्लास्टिक पैकेट व रैपर और खुले स्थानों पर कूड़े कचरे फेंके जा रहे हैं। यह स्थिति ताल के किनारे खुले क्षेत्र में अधिक दिखी जबकि जिन स्थानों पर बैरिकेडिंग की गयी है वहाॅ इसकी मात्रा कम थी इससे यह स्पष्ट है कि यदि ताल के किनारे खुले हिस्से की बैरिकेडिंग कर दी जाय तो ताल में गिरने वाले कचरे कम हो जाएंगे। पूरे क्षेत्र में कही भी कोइ कूड़ेदान की व्यवस्था न होने से कूड़े का बिखरना स्वाभाविक है। मंच के सदस्यों ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की पर्यटक स्थल पर कहीं भी पीने के पानी की व्यवस्था एवं शौचालय उपलब्ध नहीं है। यही नहीं इस ताल पर सैर सपाटा करने आने वाले युवकों द्वारा बोटिंग प्वाइन्ट पर भुट्टे एवं अन्य खाद्य पदार्थो के रैपर को ताल में सीधे फेका जा रहा है। ताल में विभिन्न प्रकार के मवेशी जैसे भैस आदि बड़ी संख्या में ताल के भीतर विचरण करते हुए पाये गये। लेकिन यह क्रम बना रहा तो ताल की जैव विविधता और पारस्थितिक संतुलन में गहर प्रभाव होगा जिससे झील की प्राकृतिक सुन्दरता और इसकी गहराई में कमी आई है जो निरन्तर जारी रहने से और अधिक प्राभावित होगी।
मंच ने रामगढ़ ताल के सम्बन्ध में पिछले दिनों एनजीटी द्वारा पारित आदेश के अनुक्रम में सम्बन्धित विभाग द्वारा हस्तक्षेप करने और नागरिक सुविधाओं को अविलम्ब उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस जागरूकता अभियान में मंच के सदस्य डा0 सुरहिता करीम, डा0 वजाहत करीम, डा0शीराज़ वजीह, श्री महावीर प्रसाद कंडोई, पी0के0लाहिड़ी, डा0 मुमताज खान, मनोज कुमार सिंह, ए0के0जायसवाल, एजाज रिजवी, अशोक चौधरी, डा0 बृजेन्द्र नारायण, धर्मेन्द्र नारायण दूबे, जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, श्रीमती रंजना सिन्हा, दिनेश उपाध्याय, अतीक अहमद, आई0 एच0 सिद्दीकी, डा0 मनीरंजन सिन्हा, रोशन एहतेशाम, प्रीती द्विवेदी, जितेन्द्र द्विवेदी आदि मंच के सदस्य उपस्थित थे।