सैयद फरहान अहमद
गोरखपुर, 12 सितम्बर। मंगलवार को ईदुल अजहा हैं। कुर्बानी के जानवरों की मार्केट तेज है। हैसियत वाले बकरा खरीद रहे हैं। हर बार की तरह इस बार भी कुछ खास बकरे अपने वजन व खूबसूरती तो कुछ ज्यादा कीमत की वजह से लोगों का ध्यान खींच रहे है।
ऊंचवां स्थित आईडीएल मैरेज हाउस में पला बकरा आकर्षण का केन्द्र बना हुआ हैं। इसकी ऊंचाई सामान्य बकरों की तुलना में ज्यादा है। इसका वजन तकरीबन एक कुंतल है। हाजी औबेद अहमद ने इसे एक साल पहले 28000 हजार रुपए में खरीदा था। इस वक्त बाजार भाव के हिसाब से इसकी कीमत एक लाख रुपए के आस-पास हैं। इसका नाम शेरु है। इधर से गुजरने वाले का ध्यान शेरु एक बार जरुर खींच लेता हैं। शहर में इस तरह का बकरा शायद ही किसी के पास हो। इसकी नस्ल बताने में सब असमर्थ हैं। हाफिज व कारी अयाज ने बताया कि इस बकरे की नबी ए पाक की तरफ से कुर्बानी दी जायेगी।
जामा मस्जिद उर्दू बाजार पर बेचने आये इमरान अली के दो बकरों कल्लू और काबरा की तो इनकी कीमत 70,000 रुपया हैं। दोनों का संयुक्त वजन 1 कुंतल 20 किलो हैं। रविवार को तो इन बकरों का खरीददार नहीं मिल पाया। इमरान कहते हैं कि दोनों को 50,000 रुपए से कम नहीं बेचूंगा। काले रंग के दोनों बकरे बेहद आकर्षित हैं।
तुर्कमानपुर निवासी अहमद भाई का 40,000 रुपए का बकरा बेहद खूबसूरत हैं। सफेद रंग ऊंचा कद इसे दूसरे बकरों से अलग करता हैं। अहमद ने बताया कि इसे खलीलाबाद रिश्तेदार के यहां से खरीदा है।
वहीं इसी मोहल्ले में दद्दु भाई का ब्लैक व्हाइट बकरा 28000 हजार रुपए का हैं। इसे इन्होंने जामा मस्जिद के पास से खरीदा हैं। इसकी कीमत 50,000 रुपए लगायी गयी थी। ब्लैक एंड व्हाइट चित्तियों से बेहद दिलकश नजर आ रहा हैं।
पहाड़पुर निवासी सुहेल उर्फ पप्पू का बकरा सुल्तान 30,000 हजार रुपए का है। सुल्तान नाम इनके भतीजे हस्सान ने दिया हैं। कौड़ीराम से इसे खरीदा गया हैं।