गोरखपुर, 11 अक्तूबर। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नदियों में प्रतिमाओं का विसर्जन रोकने के लिए प्रशासन की तैयारियां धरी की धरी रह गईं । प्रशासन द्वारा बनाए गए पोखरे शाम को ही मूर्तियों से भर गए जिसके बाद मूर्तियों को पुल पर से ही राप्ती नदी में विसर्जित किया जाने लगा।
मंगलवार को राप्ती नदी में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हो रहा है। नगर निगम और जिला प्रशासन ने इसके लिए 5 पोखर खुदवाए थे। ये कुछ छोटी मूर्तियों से ही भर गए। अन्य बड़ी मूर्तियों का विसर्जन एनएच 28 के नए पुल से किया जा रहा है।
6500 प्रतिमाओं के विसर्जन की थी व्यवस्था
गोरखपुर शहर के करीब 6500 प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से 5 पोखर खोदे गए थे। ये कुछ छोटी मूर्तियों से ही भर गए। बाकी बड़ी मूर्तियों का विसर्जन राप्ती नदी में किया जा रहा है।
बता दें पिछले साल भी दुर्गा पूजा को लेकर गोरखपुर में करीब 2300 पंडाल बनाए गए थे। इनमें 5500 प्रतिमाएं थीं। इनका विसर्जन किया जाना था और इसके लिए नगर निगम द्वारा तीन पोखर बनाकर जिला प्रशासन को सौंपे गए थे। पोखर कम पड़ गए। वहां मूर्तियों का विसर्जन नहीं होने से अव्यवस्था फैल गई। इस दौरान बवाल भी हुआ था। पिछले साल की घटना से सबक लेकर इस साल पांच पोखरे बनाए गए। इसके बावजूद ये भी कम पड़ गए।