पांचवी के रिवायती शाही जुलूस में मियां साहब के इस्तकबाल में उमड़ी भीड़
गोरखपुर, 7 अक्तूबर। मियां साहब इमामबाड़ा स्टेट गोरखपुर से पांचवी मोहर्रम का शाही जुलूस अपनी पुरानी रिवायत के मुताबिक परम्परागत तरीके से अपनी पूरी शानों शौकत के साथ शुक्रवार को निकाला गया। जगह-जगह जुलूस का जोरदार खैरमकदम (स्वागत) किया गया।
सभी धर्मों के लोगों द्वारा फूल मालाओं व पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत किया गया। महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गो की भारी भीड़ के बीच निकले जुलूस में सड़कें व छतों के छज्जे भरे दिखे।
सुबह से सड़कें पर नजर टिकी हुई थी। इंतजार हो रहा था फौज का। सफेद लिबास, खाकी वर्दी, घुड़सवार और सभी के हाथों में फौजियों वाले भाले, बंदूकें, बीच में लकदक सफेद लिबास में चल रहे मियां साहब जैसे ही दिखे…..शोर उठा मियां साहब आ गए। अहिस्ता-अहिस्ता कदम बढ़ा रहे मियां साहब को देखने क लिए भीड़ बेताब हो उठी। जुलूस गुजरा तो लोग पीछे-पीछे चलने लगे। एक कारवां चल पड़ा जो कि फिर इमामबाड़ा में ही पहुंच कर समाप्त हुआ।
बीते तीन सौ साल से निकल रहे मियां साहब के पांचवी का जुलूस पश्चिमी फाटक से सुबह 9 बजे निकला। जुलूस में चल रहे मियां साहब ने कमाल शाह की मजार पर फाातिहा पढ़ा। इसके बाद जुलूस बक्शीपुर की ओर मुड़ा। जुलूस के सबसे आगे इमामबाड़ा स्टेट का परचम और उनके पीछे सफेद और आसमानी वर्दी में अंगरक्षक चल रहे थे। मियां साहब के निजी सुरक्षा गार्ड उनके पीछे थे। कई अदद बैण्ड वादक और शहनाई वादक भी जुलूस में शमिल रहे। मियां साहब अपने रवायती अन्दाज़ में सफेद चमचमाती हुई पैरहन में अपने सहयोगियों के साथ चल रहे थे।
पांचवी मोर्हरम का जुलूस इमामबाड़े से विभिन्न मार्गों से रवाना होकर कमाल शहीद बक्शीपुर, अलीनगर, चरनलाल चैक, बेनीगंज इमामबाड़ा, बेनीगंज चैराहा, जाफरा बाजार, से होता हुआ कर्बला के मैदान में पहुंचा। कर्बला से जुलूस रवाना होकर घासी कटरा, मिर्जापुर चैराहा, साहबगंज, खूनीपुर चैराहा होता हुआ नखास चैराहा, कोतवाली होते हुए मान चैराहे से गुजर कर इमामबाड़ा स्टेट के दक्षिण फाटक से अंदर दाखिल हुआ। जुलूस में जुल्फिकार अहमद, मंजूर अहमद, ख्वाजा शमसुद्दीन, सहित बड़ी संख्या में लोग शमिल रहे। सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गये थे। जुलूस के मार्ग में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। सारी गतिविधियां कैमरे की जद में थी। शांतिपूर्ण जुलूस को निकालने को लेकर प्रशासनिक अधिकारी सर्तक रहे।
यहाँ हुआ स्वागत
जुलूस इमामबाड़ा इस्टेट के पछिमी फाटक से कतारबद्ध तरीके से निकला जहॉं पर मियॉं साहब का भव्य स्वागत मो0 ईसा खॉं, असलम उर्फ सन्नू, शमीम अख्तर उर्फ बब्लू, देवी प्रसाद, आतिफ, हबीब, हरशद, मो0 अकरम ने अपने सहयोगियों के साथ मियॉं साहब को फूल मालाओं से लाद दिया। इमाममबाड़ा उत्तर फाटक पर डा0 के0शर्मा, अरशद अहमद, फिरोज अहमद, महफूज अली, प्रेमनाथ ने मियॉं साहब का स्वागत किया। मियॉं साहब का जुलूस कमाल शहीद की मजार पर पहुॅंचा जहॉं पर डा0 मुमताज अहमद खान, हाफिज अब्दुर्रहमान, शमशेर अली, इरशाद अहमद सिद्दीकी, अल्लाह बख्श, मकसूद, मोईनखान आदि ने स्वागत किया। मियॉं साहब ने अपने सहयोगियों के साथ फातिहा पढी। मियॉं साहब का जुलूस अपने निर्धारित मार्ग पर धीरे-धीरे आगे बढ़ा। जुलूस बख्शीपुर में शमशाद पहलवान, इम्तेयाज अहमद, शमशाद आलम, फहीम अहमद, कामरानने मियॉ साहब का स्वागत किया। जुलूस आहिस्ता-आहिस्ता थवई के पुल होता हुआ शाही जुलूस चरनलाल चौराहे पर पहुॅंचने पर इमामबाड़ा कमेटी के अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद, राजेश पाण्डेय, प्रभारी प्रत्याशी ग्रामीण विधान सभा बहूजन समाज पार्टी, आफताब अहमद, कैश अख्तर, मुमताज अहमद अन्सारी, इकबाल अहमद, अलाउद्दीन आदि ने अपने साथियों के साथ मियॉं साहब के जुलूस का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और फूलों से लाद दिया एवं पुष्पवर्षा भी की। बेनी गंज ईदगाह पर रहमत अली, फिरोज अहमद, मो0 हफीज अहमद अपने साथियों के साथ मोहरीपुर चल कर आये और स्वागत किया। बेनीगंज चौराहे पर उजैर अहमद पार्षद, राजेश यादव, जमाल अहमद, मो0 नईम ने अपने साथियों के साथ फूल मालाओं से मियॉं साहब का स्वागत किया। जाफराबाजार चौराहे पर डा0 सुधाकर पाण्डेय, शकील शाही, नुरूल हसन, अशरफ, राजेश गुप्ता, रवीरावत पार्षद, बन्टी श्रीवास्तव ने अपने सहयोगियों के साथ मियॉं साहब का मालार्पण कर उनका स्वागत किया, तथा पुष्प वर्षा की।
जाफरा बाजार सब्जी मन्डी अब्दुल वाहिद, सनी, परवेज, गुडडु, इरशाद अहमद, सैययद फेसल आदि ने मियॉं साहब का स्वागत किया। जाफरा बाजार पुल अपराध निरोधक कमेटी के प्रदेश उपध्यक्ष ने अपने साथियो के साथ मिया साहब का स्वागत किया। कर्बला पर मियॉ साहब ने अपने सहयोगियों के साथ फातिहा पढ़ कर इमाम हुसैन व शहीदाने कर्बला को खे़राजे अकीदत पेश किया और विश्राम किया।
मियॉं साहब का जुलूस कर्बला के मैदान से निकलने के बाद घासी कटरा होते हुए निजाम पुर जुलूस निर्धारित मार्ग से होते हुए इमामबाडा काठ की ताजिया पर पहुॅंचा जहॉं पर मियॉं साहब ने सहयोगियों के साथ फातेहा पढी। जुलूस धीरे-धीरे आगे बढ़ा। साहबगंज में इमामबाडा झिलमिली शाह पहुॅचने पर मियॉं साहब ने वहां के कमेटी के लोगों के साथ फातेहा पढी। साहबगंज में भगवती जालान ने अपने साथियों के साथ मियॉं साहब का स्वागत किया। जुलूस खूनीपुर चौराहे पर पहुॅंचा, जहॉं पर कौमी एकता कमेटी के जानिब सें राजेश पाण्डेय, अशफाक मेकरानी, लड्न खॉ, अरशद जमाल, अखन्ड शुक्ला, अकरम खान, सौरभ मिश्रा व दर्जनों लोगों ने मियॉं साहब पर पुष्प वर्षा व माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया।
जुलुस अन्जुमन इस्लामियॉ पहुचने पर मियॉ साहब ने अपने साथियों के साथ वहॉ के बच्चों से मिल कर उनकी हौसला अफ़जाई की। अन्जुल इसलामिया के प्रिन्सिपल मिर्जा रफीउल्ला बेग, तसनीम अहमद, परवेज आलम आदि ने मियॉं साहब का इस्तेकबाल किया। उसके बाद जुलूस धीरे-धीरे आगे बढ़ा जहॉं पर कारी मो0 शाह आलम, इरशाद, मो0 अब्बास, शकील अहमद, शमशाद अहमद, अमीरूल्लाह आदि ने मियॉं साहब की गुलपोशी कर उनका इस्तेकबाल किया। नखास पर रेयाज, अन्नु, अरशद, गुडडु ने अपन साथियों के साथ मियॉ साहब का गर्म जोशी से इस्तेकबाल किया जुलूस धीरे-धीरे कोतवाली पहुॅंचा जहॉं मियॉं साहब ने मियॉं साहब ने परम्परागत तरीके सें फातेहा पढ़ा। जुलूस आगे बढ़ने पर कोतवाली रोड पर नेयाजी परिवार के लोगों ने मियॉं साहब का स्वागत किया, जिसमें अयाज हुसैन, हाजी रईस खान, अब्दुल्लाह, हमीद, मो0 तारिक, मो0 अरशद, डा0 खालिद, एवं रोशनी केन्द्र के राजीव रस्तोगी आदि ने स्वागत किया।
जुलूस अपनी रवायत व परम्परा के अनुसार इमामबाड़े के दक्षिण फाटक से इमामबाड़ा में दाखिल हुआ । इमामबाड़ा में मियॉं साहब ने फातेहा पढ़ी, मियॉं साहब ने अपने पूर्वजों की कब्रिस्तान में फातेहा पढ़ी और जुलूस समाप्त की घोषणा की। मियॉं साहब के जुलूस में उनके साथ मुख्य रूप से जुल्फेकार अहमद, मन्जूर आलम, सैययद इरशाद अहमद, हाजी अमीरूद्दीन, शकील शाही, नेयाज अहमद, अयाज हुसैन, बब्लू, ख्वाजा शमशुद्दीन, फैजी बाबा, मो0 असलम खान, डा0 शाहिद,, युसुफ, कुर्बान आदि उपस्थित थे।
मियॉं साहब ने सकुशल जुलूस खत्म होने के बाद अपने सहयोगियों व अवाम एवं जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का शुक्रिया अदा किया।