गोरखपुर, 2 अक्तूबर। मुहर्रम का चांद होते ही इस्लामी कैलेन्डर का नव वर्ष प्रारम्भ हो गया। मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर यानी हिजरी वर्ष का पहला महीना है । रविवार को चांद होने के साथ 1438 हिजरी शुरू हो गई । मस्जिदों में जिक्र हुसैन की महफिल हुई। इमामबाड़ो पर ढ़ोल ताशे बजने लगे। शिया समुदाय द्वारा मातमी जुलूस निकाला गया।
मोहम्मद आजम ने बताया कि इस माह को इस्लाम के चार पवित्र महीनों में शुमार किया जाता है। अल्लाह के रसूल हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहौ अलैही वसल्लम ने इस माह को अल्लाह का महीना कहा है। साथ ही इस माह में रोजा रखने की खास अहमियत बयान की है। मुख्तलिफ हदीसों व अमल से मुहर्रम की पवित्रता व इसकी अहमियत का पता चलता है।