आम जनता के लिए आर्थिक आपातकाल है नोटबंदी:.राजेश साहनी
गोरखपुर, 21 नवम्बर। नोटबंदी को देश की आम जनता के लिए आर्थिक आपातकाल बताते हुए भाकपा माले ने आज टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना दिया।
धरना को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव राजेश साहनी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 500 और 1000 के नोट बंद कर आम जनता पर आर्थिक आपातकाल थोप दिया है जबकि कालाधन के जमाखोरों को नया अवसर मिल गया है। सब जानते हैं कि काला धन का बहुत छोटा हिस्सा करेंसी के रूप में है। इसका बड़ा हिस्सा सोना, रियल स्टेट, शेयर व अन्य स्थानों पर लगा है। बड़े राजनीतिक दलांे की फंडिग में भी काला धन लगा है लेकिन सरकार इन पर कार्रवाई करने के बजाय आम जनता, किसानों, मजदूरो, स्टीट वेंडरों, छोटे व्यापारियों, गृहणियों तथा क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड की दुनिया से बाहर लोगों पर चैतरफा हमला बोल दिया है। इसका परिणाम है कि अपना ही पैसा बदलवाने, निकालने व जमा करने के लिए लोगों को घंटो ही नहीं कई-कई दिनों तक लाइन में लगना पड़ रहा है। अब तक 60 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है लेकिन सरकार इस पर दुख व्यक्त करने के बजाय मामूली दिक्कत बता रही है।
जन संस्कृति मंच के राष्टीय सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि मोदी सरकार का यह फैसला राजनीतिक है और इसे यूपी सहित कई राज्यों की विधानसभा चुनावों में लाभ उठाने के उद्देश्य से किया गया है क्योंकि मोदी सरकार की साख ढाई वर्ष में ही जनता के बीच पूरी तरह जाती रही है। इस फैसले का भी मकसद देश का कालाधन निकालना नहीं बल्कि चंदा पूंजीपतियों को लाखों करोड़ का कर्ज पूरी तरह से माफ कर उसे फिर से कर्ज दिलाना है। मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही चंद पूंजीपतियों का सवा लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया और नोटबंदी का फैसला लेने के बाद फिर सात हजार करोड़ रूपए कर्ज माफ किया गया है जिसमें विजय माल्या का भी 1200 करोड़ का कर्ज है। बड़े कारोबारियों का कर्ज माफ करने के कारण बैंक दिवालिया होने के कगार पर आ गए थे जिनको फिर से बड़े कारोबारियों को कर्ज दिलाने के मकसद से लोगों की जमा पूंजी जबरन बैंक में जमा करायी जा रही है और उसकी निकासी पर रोक लगायी जा रही है। धरने को श्रवण कुमार, राजाराम चैधरी, सोनू श्रीवास्तव ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर इंकलाबी नौजवान सभा के बजरंगी निषाद, विकास कुमार द्विवेदी, मनोज मिश्र, एपवा नेता मनोरमा चैहान, राधा, हरिद्वार आदि मौजूद थे।