कुशीनगर, 15 नवम्बर। सेवरही चीनी मिल परिसर में 15 नवम्बर को स्वंतत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व सासंद स्व गेंदा सिंह की पुण्य तिथि मनायी गयी।
इस मौके पर वक्ताओं ने छितौनी बगहा रेल सह सडक पुल, गन्ना अनुसंधान केन्द्र , सरगटिया करनपट्टी में मसाला व सब्जी फार्म, लक्ष्मीपुर में बकरी फार्म की स्थापना उन्ही की देन है। उनका जन्म सेवरही क्षेत्र में एक साधारण किसान परिवार में दुमही गांव में हुआ था। प0 जवाहर लाल नेहरु से प्रभावित होकर आजादी की लडाई में हिस्सा लिया जिसके दौरान कई बार जेल गये। उस दौरान उनका सम्पर्क देश के आजादी में हिस्सा लेने वाले बडे नेताओं से हुआ। गेंदा सिंह का स्पष्ट मानना था कि जब तक देश का किसान खुशहाल नही होगा देश खुशहाल होगा। इसलिए आजादी के बाद किसानों के बारे में सोचने और उस पर कार्यवाही कराने की ठान ली। पूर्वांचल में नहरों का जाल बिछाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। आजादी के बाद वह 19 वर्षो तक विधायक रहे। वर्ष 1971 में पडरौना ससंदीय से चुनाव लडे और विजयी हुए। उस समय गोरखपुर से छितौनी जाने वाली रेल लाइन नारायणी की बाढ सेे छितौनी खड्डा के बीच बोधीछपरा गांव के सामने टूट गयी। इससे 50 हजार लोग प्रभावित हुुए। े राहत केे काम के लिए सेना के जवान आ गयें। स्थिति सामान्य होने के बाद गेंदा सिंह ने 1973 में इन्दिरा गांधी को बुलवा का टूटे हुुुए जगह पर छितौनी बगहा रेल पुल का शिलान्यास कराया।