पासपोर्ट व अन्य वैध कागजात नहीं होने के कारण हो रही पूछताछ
सिद्धार्थनगर। भारत -नेपाल के बार्डर बढ़नी के रास्ते भारत में आ रहे 16 तिब्बती नागरिकों को नेपाल की कृष्णानगर पुलिस ने लिंक गेट पर रोक लिया। इनमें 13 पुरूष व तीन महिलाएं शामिल है। तिब्बती नागरिकों को गोरखपुर के एक ट्रैवल एजेन्सी का वाहन इस रास्ते लेकर आ रहा था। तिब्बती नागरिकों को दिल्ली तक पहुंचाने की जिम्मेदारी वाहन चालक को मिली थी लेकिन नेपाल पुलिस की तत्परता से सभी सीमा पर ही रोक लिया।
पूछताछ में नेपाली, अंग्रेजी, हिंदी न बोल पाने के कारण संदेह हुआ। भाषायी समस्या व किसी प्रकार के कागजात न होने से उनका नाम व पता नहीं मालूम हो सका।
गुरुवार रात करीब नेपाल के कृष्णनगर सीमा से बढ़नी के रास्ते भारत में प्रवेश कर रही एक वाहन को लिंक गेट इंचार्ज प्रेम सिंह खड़का ने जांच के लिए रोका। जांच के दौरान शक हुआ तो वे पूछताछ करने लगे तो सभी संदिग्ध कुछ नहीं बता पाए। पहचान से सम्बंधित कागजात भी नहीं दिखा पाए। वाहन चालक आलोक श्रीवास्तव व क्लीनर ने पूछताछ में बताया कि उन्हें लुम्बिनी से फोन करके गोरखपुर स्थित ट्रेवलिंग एजेंसी के माध्यम से बुलाया गया था। सभी को लुम्बिनी से कृष्णानगर के रास्ते दिल्ली तक छोड़ना है। कृष्णानगर इंस्पेक्टर संजय रिजाल के मुताबिक तिब्बती नागरिकों के पास पासपोर्ट व अन्य वैध कागजात भी नहीं थे। उन लोगों को अनुसन्धान व पूछताछ के लिए नेपाल के अध्यागमन कार्यालय बेलहिया के रुपन्देही भेज दिया गया है।