निचलौल (महराजगंज), 31 जनवरी। विश्व स्तरीय टैक्सेशन को लेकर देश में पहली बार आयोजित हुई डिप्लोमा इन इंटरनेशनल टैक्सेशन की परीक्षा को उत्तीर्ण कर निचलौल के सीए पंकज जायसवाल ने क्षेत्र का मान बढाया है। इस सफलता पर लोगों ने उन्हे बधाई दी है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की बढ़ती भागीदारी और इसके चलते विभिन्न देशों की कर प्रणाली और इसके साथ विश्व के मान्य कर मॉडलों जैसे की यूएस , यूएन , ओइसीडी एवं G20 मॉडलों की समझ एवं विशेषज्ञता विकसित करने के लिए भारत की इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट ने भारत में पहली बार कंपनी लॉ मंत्रालय से मान्यता प्राप्त डिप्लोमा इन इंटरनेशनल टैक्सेशन का कोर्स एवं परीक्षा आयोजित की ताकि इस वैश्विक व्यापार के दौर में अंतराष्ट्रीय कर जटिलताओं और चुनातियों के प्रति भारत के चार्टर्ड अकाउंटेंट सक्षम हो सकें। यह परीक्षा भारत में पहली बार आयोजित की गई थी। यह कोर्स सिर्फ सीए के लिए ही है, इसलिए इसकी 120 घंटे की गहन कक्षाएं भी आयोजित की गयी थी जो कि शनिवार एवं रविवार को होती थी और परीक्षा में भाग लेने के लिए कम से कम 75% उपस्थिति अनिवार्य थी। इसमें दो पेपर थे प्रथम ट्रांसफर प्राइसिंग का एवं दूसरा पेपर इंटरनेशनल टैक्सेशन का होता है। इसकी परीक्षा नवम्बर में आयोजित हुई थी और इसके परिणाम की घोषणा 31 जनवरी 2017 को हुई। भारत के इस प्रथम बैच में जिसकी कक्षाएं दिल्ली और मुंबई में आयोजित हुई थी, पुरे भारत में कुल 70 लोग पास हुए हैं। जिसमे एक निचलौल के मूल निवासी और अवकाश प्राप्त शिक्षक जगदीश प्रसाद गुप्ता के पुत्र पंकज जायसवाल भी हैं।
पंकज जायसवाल ने अपनी हाई स्कूल तक की शिक्षा निचलौल से करने के बाद सीए तक की परीक्षा गोरखपुर से पास किया। सीए की परीक्षा उन्होंने बिना किसी कोचिंग के हिंदी माध्यम से ही किया। शुरू में गोरखपुर में 3 साल की प्रैक्टिस करने के बाद बेहतर कार्य अवसर के लिए सन 2006 में मुंबई शिफ्ट हो गए और वहां सीए की एक बड़ी फर्म की स्थापना की। पंकज वहां सीए की प्रैक्टिस मैनेजमेंट कंसल्टेंसी , इंटरनल ऑडिट, अंतराष्ट्रीय कर व्यवस्था में ही करते हैं। सीए की प्रैक्टिस के साथ आप वहां सामाजिक रूप से भी काफी सक्रिय हैं।