साहित्य - संस्कृति

प्रेमचंद पार्क में ‘ जंगीराम की हवेली ’ की प्रस्तुति और सुरेश चंद का बांसुरी वादन

चौथी पुण्यतिथि पर साथियों और कलाकारों ने याद किया आरिफ अजीज लेनिन को
गोरखपुर, 27 जनवरी। वरिष्ठ रंगकर्मी आरिफ अजीज लेनिन की पुण्यतिथि पर जन संस्कृति मंच, प्रेमचन्द साहित्य संस्थान और अलख कला समूह ने 26 जनवरी की दोपहर चौथा आरिफ अजीज लेनिन स्मृति समारोह का आयोजन किया। इस मौके पर अलख कला समूह के कलाकारों ने गुरूशरण सिंह द्वारा लिखित नाटक ‘ जंगीराम की हवेली ’ का मंचन किया तो कवि सुरेश चन्द ने बांसुरी वादन कर सभी को मुग्ध कर दिया।

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स्मारोह का आरम्भ अशोक पांडेय और प्रदीप कुमार द्वारा प्रस्तुत जनगीत से हुआ। इसके बाद अलख कला समूह ने ‘ जंगीराम की हवेली ‘ का मंचन किया। इस नाटक में एक पुरानी हवेली के जरिए देश के लोकतंत्र की स्थिति को दर्शाया गया है जिसमें देश के नागरिक गरीबी, बेकारी, भुखमरी की चक्की में पिस रहे हैं लेकिन जन प्रतिनिधियों का उनसे कोई वास्ता नहीं है। आखिरकार जनता जागृत होती है और वह आमूलचूल बदलाव के लिए खड़ी हो जाती है।

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नाटक में उत्सव पाल, आशुतोष पाल, नितेश कुमार पाल, सुमिरनजीत मौर्य, अशोक पांडेय, सुश्मिता मौर्य, प्रदीप कुमार प्यासा, गंगा प्रसाद शुक्ल, जंजीर सिंह बलमुआ और निखिल कुमार ने अभिनय किया। निर्देशन राजाराम चैधरी-बैजनाथ मिश्र का था।

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नाट्य प्रस्तुति के बाद कवि सुरेश चंद ने बांसुर वादन प्रस्तुत किया। सबसे पहले उन्होंने तीन ताल में राग मालकौंस प्रस्तुत किया। इसके बाद लोकगीत विदेशिया को अपनी बांसुरी से जीवंत किया। अंत में उन्होंने ‘ सारी जिनगी गुलामी में सिरान पिया ’ को प्रस्तुत कर लोगों का दिल जीत लिया।

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